लुधियाना के माता नैना देवी जी के मंदिर में चोरी की एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां तीन अज्ञात चोरों ने गोलकों और नकदी के साथ वारदात को अंजाम दिया। इस चोरी में मंदिर की दो गोलकें और 45 हजार रुपए की नकदी चुराई गई है। मंदिर की प्रबंधक कमेटी ने इस घटना की जानकारी तुरंत थाना शिमलापुरी की पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आरोपी की पहचान के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
इस घटना के बाद मंदिर का गेट तोड़कर चोर अंदर घुसे थे, जो कि मंदिर के सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाता है। डॉ. अवीनाश ने बताया कि उन्हें लव कुमार का फोन आया, जिसने सूचित किया कि मंदिर के गेट का ताला टूटा हुआ है। जैसे ही सभी ने मंदिर के अंदर जाकर देखा, पाया कि वहां से गोलकें गायब हैं। इसके बाद सभी ने अन्य स्थानों पर भी नजर दौड़ाई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। दरअसल, पास में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच से इस चोरी की पूरी तस्वीर सामने आई।
चोरी की वारदात में तीन अज्ञात लोग शामिल थे, जो कि पूरी तरह से अपने चेहरों को ढके हुए थे। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस अब चोरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। इस मामले में जांच कर रहे सहायक उप निरीक्षक हेमंत कुमार ने कहा कि इलाके में कई अन्य कैमरे भी मौजूद हैं, जिनकी सहायता से आरोपियों का पता लगाने में मदद मिलेगी। पुलिस प्रशासन का मानना है कि जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटनाक्रम ने आसपास के क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया है, और भक्तगण भी इस तरह की घटनाओं से चिंतित हैं। भक्तों का विश्वास मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी कमजोर पड़ा है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से अपील की है कि वे इस चोरी की वारदात का जल्द से जल्द समाधान करें ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न होने पाए। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और उम्मीद है कि जल्दी ही चोरों को पकड़ा जाएगा, जिससे स्थानीय जनमानस का विश्वास बहाल हो सके।
इस घटना ने यह संदेश भी दिया है कि सुरक्षा के माध्यम से धार्मिक स्थलों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं दोबारा न हो सकें। सुरक्षा के उपायों को मजबूत करने की दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है, ताकि भक्ति का यह स्थान सभी के लिए सुरक्षित और शांति का प्रतीक बना रहे।