लुधियाना ने बीते दिन दिवाली का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया। शहरवासी अब भी इस उत्सव का आनंद ले रहे हैं। प्रशासन ने पटाखे जलाने के लिए रात 10 बजे का समय निर्धारित किया है, जिससे आतिशबाजी का लोकलाज भी सुनिश्चित हो सके। कल रात आसमान पटाखों और आतिशबाज़ी की रंग-बिरंगी चमक से भरा रहा, जिससे पूरा शहर दीयों की रोशनी और खुशियों से महक उठा। शाम होते ही कई क्षेत्रों में लोग पटाखों और आतिशबाज़ी का आनंद लेने के लिए इकट्ठा हुए।
लुधियाना के बाजारों में धनतेरस के दौरान लोगों की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ती रही, जिससे लाखों रुपये का कारोबार हुआ। शहर के प्रमुख मंदिरों और गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें सुबह से ही दिखाई दीं। कल रात, भक्तों ने दीपमाला जलाकर भगवान श्री राम का अयोध्या लौटने पर स्वागत किया। इस अवसर पर शहर की इमारतें, मॉल और सरकारी दफ्तर रोशनी से जगमगा उठे, जिससे दीवाली का वातावरण और भी भव्य नजर आया। लोग अपने घरों को दीयों और रंगीन लाइटों से सजाते दिखे, जिससे पूरा लुधियाना रोशनी से नहाया हुआ नजर आया।
दीपोत्सव के मौके पर लुधियाना की प्रमुख इमारतों को विशेष सजावट दी गई है। शहर के मॉल भी खूबसूरत तरीके से सजाए गए हैं। दीयों की जलती हुई रोशनी और आतिशबाजी ने सभी के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। इस अवसर पर बंदी छोड़ दिवस का भी आनंद लिया गया, जिसमें बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा साहिब और गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया।
दिवाली के इस खास मौके पर शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहा। यहां 2000 से अधिक पुलिस जवान तैनात किए गए थे। इसके अलावा, थाना बल को भी चौकसी बरतने के लिए तैयार रखा गया। पुलिस का पीसीआर दस्ता लगातार गश्त करता रहा और कई स्थानों पर सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई।
सिविल अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्टाफ भी इस अवसर पर पूर्ण सावधानी बरतने के लिए अलर्ट मोड में थे। पुलिस कन्ट्रोल रूम 112 पर हर कॉल को गंभीरता से लिया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति का समय पर समाधान हो सके। DMC और CMC अस्पताल में भी 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं सुनिश्चित की गई थीं। इस तरह, लुधियाना में दिवाली का त्योहार मौके पर सुरक्षा और उत्सव के सही संतुलन के साथ मनाया गया।