पंजाब के अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 12 पिस्तौल, 16 मैगजीन और 23 जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह अवैध ट्रेड अमेरिका में रहने वाले दिलप्रीत सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा था। उसकी योजना विभिन्न अपराधी गिरोहों को हथियार की आपूर्ति करना थी, जिससे वह अपराध की दुनिया में अपना प्रभुत्व बना सके।
अभियान के दौरान, पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि यह गिरोह मुख्य रूप से मध्य प्रदेश से हथियारों का आयात करता था। अमृतसर में इन हथियारों का वितरण करने के बाद, इन्हें विभिन्न गिरोहों को सप्लाई किया जाता था। यह अंतरराज्यीय नेटवर्क बेहद संगठित तरीके से काम कर रहा था, जिसमें केवल हथियार की आपूर्ति ही नहीं, बल्कि अन्य सहायता भी अपराधियों को दी जाती थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के जरिए पुलिस अब इस गिरोह के संपूर्ण ऑपरेटिंग संरचना का अध्ययन कर रही है ताकि उसके सभी सदस्यों और उनके संपर्कों का पता लगाया जा सके।
पुलिस ने कहा कि गिरोह के सदस्यों की पहचान कर ली गई है और अब वह उनके सहयोगियों की तलाश कर रही है, जो इस तस्करी में शामिल हो सकते हैं। इस मामले में थाना इस्लामाबाद में एक FIR भी दर्ज की गई है, जिससे इस अवैध गतिविधि की गहराई से जांच की जा रही है। पंजाब पुलिस का मानना है कि यह मामला एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जिसके सभी लिंक को खंगालना आवश्यक है।
पंजाब पुलिस की विशेष टीम अब इस तथ्य की जांच कर रही है कि यह हथियार गिरोह किन-किन संगठनों को आपूर्ति कर रहा था और उस पर उनकी क्या प्रतिक्रिया है। इस संबंध में और जानकारी इकट्ठा करने के लिए पुलिस का एक विस्तृत अध्ययन चल रहा है। साथ ही, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि किसी को अवैध हथियारों के बारे में जानकारी हो, तो वह उचित प्राधिकरण को सूचित करें।
इस तरह के अभियानों से न केवल स्थानीय अपराधों में कमी आएगी बल्कि समाज में सुरक्षा की भावना भी बहाल होगी। अमृतसर पुलिस की यह कार्रवाई सभी राज्य पुलिसों के लिए एक मिसाल कायम करती है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ कितनी गंभीरता से कार्रवाई कर रही हैं।