जालंधर में छठ पूजा पर मंत्री भगत के निर्देश, व्यवस्था के आदेश के बावजूद खुद सफाई क्यों?

जालंधर में छठ पूजा की तैयारियों को लेकर आज पंजाब के कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत बस्ती बावा खेल नहर पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासियों से संवाद किया और छठ पूजा से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। स्थानीय लोगों ने मंत्री से साझा किया कि उन्होंने खुद अपनी आर्थिक सहायता से नहर का सफाई कार्य करवाया है, जबकि प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई ठोस पहल नहीं की गई। मंत्री भगत ने आश्वासन दिया कि प्रशासन छठ पूजा के आयोजकों को सभी आवश्यक संसाधनों और सहायता प्रदान करेगा।

मंत्री भगत ने सभी भक्तों को छठ पूजा की बधाई देते हुए कहा कि पंजाब में हमारी प्रवासी भाइयों द्वारा इस त्योहार को मनाने के लिए कड़ी मेहनत की जाती है। लीबिया के प्रवासियों की बड़ी संख्या हर साल जालंधर की बस्ती बावा खेल नहर पर पूजा अर्चना के लिए पहुंचती है। इस संदर्भ में, उन्होंने नगर निगम कमिश्नर गौतम जैन को निर्देश जारी किए, जिसमें नहर का निरीक्षण करने और छठ पूजा के आयोजन के लिए अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने की बात शामिल है।

उन्होंने कहा कि जो लोग पूजा के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर समस्या के निराकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। मंत्री भगत ने यह सुनिश्चित किया कि नहर में साफ पानी उपलब्ध कराने और उसके आस-पास के क्षेत्र की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, बस्ती बावा खेल नहर पर बंद पड़ी सभी स्ट्रीट लाइटों को जल्दी से जल्दी चालू करने के आदेश भी दिए गए हैं।

नगर निगम की टीम ने भी सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है और मंत्री भगत के निर्देशों का पालन करते हुए जल्द ही काम शुरू करने का संकल्प लिया है। यह कदम श्रद्धालुओं के लिए छठ पूजा के आयोजन को सुगम बनाने और उनके अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। स्थानीय प्रशासन नेताओं की इस सक्रियता से श्रद्धालुओं में खुशी की लहर देखने को मिल रही है, और सभी लोग इस महापर्व को समर्पित होकर मनाने के लिए तैयार हैं।

इस प्रकार, जालंधर में छठ पूजा की तैयारियों को लेकर प्रशासन और स्थानीय नेताओं की ओर से उठाए गए कदम इस पर्व की गरिमा और श्रद्धा को और बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे। मंत्री भगत की पहल से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन का उद्देश्य इस धार्मिक पर्व का सफल आयोजन सुनिश्चित करना है, ताकि हर श्रद्धालु अपने उल्लास और आस्था के साथ इस अवसर का लाभ उठा सके।