चलती कार से फेंके गए बुजुर्ग की मौत, बंद मुट्ठी में ₹500, बेटे ने जताई हत्या की आशंका!

लुधियाना में एक बेहद दर्दनाक घटना घटित हुई है जहां एक 68 वर्षीय बुजुर्ग, नरेंद्र कुमार, की निर्मम हत्या कर दी गई। रात के समय, कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर हमला किया और उन्हें बुरी तरह पीटने के बाद दाना मंडी के पास कार से फेंक दिया। राहगीरों ने उनके चीखने की आवाज सुनी और एक व्यक्ति ने तत्काल 108 एंबुलेंस को फोन कर उनके लिए मदद मांगी। नरेंद्र कुमार को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

नरेंद्र कुमार के बेटे प्रदीप ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उनके पिता न्यू शिवपुरी संतोक नगर के निवासी थे और बिजली मरम्मत का काम करते थे। वह अपनी दिनचर्या के तहत, दोपहर में काम के लिए घर से निकले थे, जब उन्होंने किसी को बताया था कि वह दाना मंडी की ओर जा रहे हैं। प्रदीप ने बताया कि उन्हें कुछ समय बाद जानकारी मिली कि उनके पिता जख्मी हालत में एक फैक्ट्री के बाहर पड़े हैं, जहां एक महिला ने बताया कि कुछ लोग उन्हें कार से बाहर फेंककर भाग गए थे।

घटनास्थल पर मौजूद राहगीर लक्की ने बताया कि वह जब उस सड़क से गुजर रहे थे, तब उन्होंने नरेंद्र कुमार की चीखें सुनीं। पूछने पर, बुजुर्ग ने उन्हें बताया कि उन पर दो लोगों ने हमला किया था। उसकी स्थिति गंभीर थी, उनकी मुट्ठी में एक 500 रुपए का नोट भी था और उनकी पेंट आधी उतरी हुई थी, जो संघर्ष की कहानी बयां कर रही थी। डॉक्टरों ने जब उनकी मेडिकल जांच की, तो पाया कि बुजुर्ग पर हथियारों से भी हमला किया गया है, और उनकी नाक तथा सिर की हड्डियों में गंभीर चोटें आई थीं। उनके शरीर पर लगभग दस जगह चोट के निशान थे, जो इस मामले की गंभीरता को दर्शाते हैं।

अब मामला थाना सलेम टाबरी की पुलिस के सुपुर्द है, जो पूरी मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज को निकालने की भी योजना बनाई है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके। प्रदीप और परिवार इस दुखद घटना से गहरे आहत हैं और उनके लिए यह समय बेहद संवेदनशील और कठिन है। उनका कहना है कि वे अपने पिता के हत्यारों को पकड़ने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और चाहते हैं कि आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिले। यह घटना समाज में कानून-व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाती है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।