अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने नगर निगम एवं अन्य संबंधित विभागों को शहर की सफाई और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम जारी किया है। उन्होंने इस संदर्भ में नगर निगम, बिजली विभाग और हॉर्टिकल्चर विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर नावल्टी चौक का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था की कंडीशन का आकलन किया और सड़क के किनारे गंदगी और अतिक्रमण की स्थितियों को देखकर चिंता जताई। औजला ने स्पष्ट किया कि यदि शहर की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने के लिए भी तैयार हैं।
सांसद औजला ने अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद उन्हें नावल्टी चौक के वास्तविक हालात दिखाने के लिए ग्राउंड पर ले गए। उन्होंने कहा कि हाल के समय में भले ही कागजी कार्रवाई हो रही हो, लेकिन वास्तविकता इससे बहुत अलग है। नावल्टी चौक के निरीक्षण के दौरान सांसद ने गंदगी, अतिक्रमण और चूहों की बढ़ती समस्या की ओर ध्यान खींचा। यह बात उन्होंने अत्यधिक चिंता के साथ कही कि नावल्टी चौक जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर ऐसी स्थिति दयनीय है और इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों के साथ-साथ राज्य सरकार भी जिम्मेदार है।
सांसद औजला ने यह भी बताया कि नगर निगम के पास फंड की कमी है, जिसके कारण वह कर्मचारियों की सैलरी तक नहीं चुका पा रहा है। उन्होंने पंजाब सरकार को भी इस मामले में खुलकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि निगम को प्राप्त होने वाले वित्त आयोग के फंड भी मुश्किल से नगर निगम तक पहुँचते हैं। इसके बावजूद, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि शहर को साफ और व्यवस्थित रखना नगर निगम की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
औजला ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हर सप्ताह में कम से कम तीन दिन ग्राउंड लेवल पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करें। इसके साथ ही, उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे विभिन्न विकास कार्यों के लिए एस्टीमेट तैयार करें ताकि वे अपने सांसद निधि (MP लैड) से फंड उपलब्ध करा सकें। कूड़ा प्रबंधन के मुद्दे पर भी औजला ने नगर निगम के साथ मिलकर जिम्मेदार कंपनी के साथ समझौते का जायजा लिया और स्पष्ट किया कि इस समस्या का समाधान अगले 15 दिनों के भीतर होना चाहिए।
यदि इन सभी प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो सांसद औजला ने स्पष्ट किया कि वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने को तैयार हैं। इसका उद्देश्य सरकार, नगर निगम अधिकारियों और ट्रस्ट को जगाना है ताकि अमृतसर में सफाई और व्यवस्था को लेकर ठोस कदम उठाए जा सकें। औजला के इस संकल्प और दृढ़ता से शहर के नागरिकों में उम्मीद जग गई है कि इस मुद्दे का समाधान निकाला जाएगा और अमृतसर फिर से साफ-सुथरा बनेगा।