प्रधानमंत्री  ने महिलाओं को निरंतर सशक्त करने का  किया काम  : डॉ. रीता बहुगुणा जोशी

प्रधानमंत्री  ने महिलाओं को निरंतर सशक्त करने का  किया काम  : डॉ. रीता बहुगुणा जोशी

जौनपुर,08 नवंबर (हि.स.)। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। उनकी सोच है कि इस देश में महिला केंद्रित विकास नहीं बल्कि इस देश में महिला नेतृत्व वाला विकास होगा। बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ जैसे प्रयास बड़े स्तर पर किये गए। यह बातें शुक्रवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. रीता बहुगुणा जोशी ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में आनलाइन कहीं।

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के आर्यभट्ट सभागार में शुक्रवार को वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन स्व. कमला बहुगुणा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में किया गया। इसका संयोजन हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति द्वारा किया गया। इस दौरान “क्या भारत में महिलाओं को आरक्षण देने से वास्तविक समानता हासिल की जा सकती है?” विषय पर प्रतिभागियों ने अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए और महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। इस प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार परिसर की विद्यार्थी अपेक्षा सिंह, द्वितीय पुरस्कार टीडी कॉलेज के आफताब एवं तृतीय पुरस्कार मेधा को मिला। कुलपति प्रो. वंदना सिंह एवं अतिथियों ने विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। कुलपति ने कहा कि नारी वंदन अधिनियम से महिलाओं को बेहतर अवसर प्राप्त होगा।

मुख्य अतिथि जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने कहा कि महिला आरक्षण का मैं पूरा समर्थन करता हूं। इस विषय पर सरकार ने सार्थक कदम उठाया है तो निश्चित रूप से इसके परिणाम सुखद होंगे। उन्होंने कहा कि अंत:करण में किसी काम को करने की जिज्ञासा न हो तब तक कुछ प्राप्त नहीं किया जा सकता। विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा कि महिला आरक्षण से हमारी मातृ शक्ति को एक मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति का अतीत बहुत स्वर्णिम रहा है उसको दृष्टिगत रखते हुए यह सरकार का साहसिक निर्णय है। विशिष्ट अतिथि लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर आरएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रख्यात महिला नेत्री कमला बहुगुणा जी का जीवन नारी सशक्तिकरण की एक मिसाल है। वाद विवाद प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल के तौर पर डॉ. महेंद्र त्रिपाठी,डॉ. मनोज वत्स एवं डॉ छाया सिंह रहीं। अतिथियों का स्वागत प्रो. अजय द्विवेदी ने आभार अभिषेक शुक्ल द्वारा किया गया। संचालन उद्देश्य सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो.मनोज मिश्र, प्रो देवराज सिंह, प्रो प्रमोद यादव, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ सुनील कुमार, डॉ रसिकेश, डॉ सुशील समेत अन्य लोग मौजूद रहे।