मंडी में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ एक बार फिर सडक़ों पर उतरे हिंदु संगठन
मंडी, 19 नवंबर (हि.स.)। मंडी शहर के जेल रोड़ स्थित मस्जिद के निर्माण को अवैध करार देते हुए हिंदु संगठनों ने मंगलवार को शहर भर में प्रदर्शन किया। सैंकड़ों की तादाद में हिंद संगठनों के प्रतिनिधियों जिनमें प्रदेश के दूसरे भागों से भी साधु संत व नेता आए थे, ने सेरी मंच से अपना प्रदर्शन शुरू किया और चौहट्टा बाजार, भूतनाथ मंदिर, बालकरूपी बाजार, सनातन धर्म मंदिर व डाकघर मार्ग होते हुए यह प्रदर्शन चला। इसमें हिंदु नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अवैध निर्माण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की तथा इस निर्माण को तत्काल प्रभाव से गिराने की मांग उठाई।
गौरतलब है कि नगर निगम मंडी के आयुक्त ने भी अपने फैसले में इस निर्माण को अवैध करार देते हुए इसे गिराने के आदेश दिए हैं। स्वयं मस्जिद प्रबंधन ऐहले ए इस्लाम ने भी माना कि यह निर्माण अवैध है और इसे खुद गिराने का भरोसा दिया था मगर इसे गिराया नहीं गया बल्कि इसके खिलाफ अपील दायर कर रखी है। कोई कार्रवाई न होने के कारण मंगलवार को हिंदु संगठनों ने अपना विरोध जताया।
इस मौके पर बिलासपुर से आए हिंदु नेता कमल गौतम ने कहा कि यह धरना प्रदर्शन सांकेतिक था। पिछले आंदोलन के दौरान हिंदु संगठनों को प्रशासन ने भरोसा दिलाया था कि अवैध निर्माण को गिरा दिया जाएगा मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने 45 वर्ग मीटर जगह एहले ए इस्लाम को दान के रूप में दी थी। हम उसे नहीं मांग रहे हैं बल्कि इसके अलावा जो रिकार्ड के अनुसार यहां पर शिवालय यानी देवालय था उस पर जो अवैध कब्जा व निर्माण कर रखा है उसे वापस मांग रहे हैं। राजस्व रिकार्ड में यह सब दर्ज है। स्वयं ऐहले ए इस्लाम के वकील ने भी माना है कि उनकी केवल 45 वर्ग मीटर ही जमीन है बाकी निर्माण अवैध है।
इधर, पहले से ही तय किए गए इस धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने मंडी शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। लगभग 100 कर्मी जगह जगह पर तैनात किए गए थे। जेल रोड़ मस्जिद की तरफ जाने वाली सडक़ पर बैरीकेडिंग की गई थी तथा पुलिस नाकाबंदी की गई थी। रामनगर मंगवाई में भी मस्जिद है वहां पर भी सडक़ पर बैरिकेडिंग लगाकर पूरा बंदोबस्त पुलिस ने कर रखा था। स्वयं पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा भी इस प्रदर्शन को देखते मोर्चा संभाल रखा था। यह धरना प्रदर्शन शांति से पूरा हो गया तथा किसी तरह का तनाव पैदा नहीं हुआ।
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