अबोहर में ट्रेन से भिड़ी बाइक: इंजन के नीचे फंसी, युवक बंद रास्ते से निकल रहा था!

अबोहर में आज एक गंभीर रेल हादसे की आशंका टल गई, जब एक युवक की लापरवाही के कारण उसकी बाइक रेल की पटरियों पर अटक गई। यह घटना उस समय हुई जब युवक और उसकी साथी महिला अपनी बाइक को रेलवे ट्रैक से निकालने का प्रयास कर रहे थे। अचानक, बंठिडा की दिशा से एक तेज गति से आती ट्रेन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे बाइक करीब 200 मीटर तक इंजन के पीछे घसीटती रही। घटना के दौरान बाइक की पेट्रोल टंकी फट गई, लेकिन सौभाग्य से कोई बड़ा धमाका नहीं हुआ, जिससे एक बड़ा रेल हादसा टल गया।

घटना का विवरण इस प्रकार है कि आज दोपहर करीब डेढ़ बजे, जब ट्रेन आने का समय था, तब बाइक सवार युवक और युवती सीतो बाईपास पर पुल के नीचे बने पैदल मार्ग से गुजर रहे थे। बाइक स्टार्ट करते समय उनकी यह लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती थी। जब उनकी बाइक रेलवे पटरियों पर अटकी, तो उन्होंने उसे निकलने की कोशिश करने का फैसला किया। उनकी यह कोशिश उनकी अनुपयुक्तता को दर्शाती है, जिससे न केवल उनकी बल्कि अन्य यात्रियों की भी जान को खतरा उत्पन्न हो गया।

हादसा होते ही उस युवक और युवती ने मौके से भागना ही बेहतर समझा। इस बीच, ट्रेन के चालक कथित तौर पर स्थिति को समझते हुए तुरंत ट्रेन रोकने में सफल रहे और बाद में इंजन के नीचे फंसी बाइक को बाहर निकालने के लिए नीचे उतर आए। चालकों ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, और लगभग 10 मिनट के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया। हालांकि, घटना के समय वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने जीआरपी पुलिस को सूचित किया, लेकिन आधे घंटे के बाद भी कोई दुर्घटना प्रबंधन कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।

यह घटना न केवल प्रशासन के प्रति सवाल उठाती है, बल्कि लोगों की लापरवाही और सुरक्षा उपायों के प्रति उदासीनता को भी उजागर करती है। ऐसे हादसे भविष्य में न हों, इसके लिए बेहतर सुरक्षा प्रणाली और जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को रेलवे ट्रैक के आस-पास अपने व्यवहार में सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि ऐसी लापरवाहियां कभी-कभी गंभीर परिणामों का कारण बन सकती हैं। स्थानीय प्रशासन को भी इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की जरूरत है।

इस हादसे ने अबोहर के निवासियों को एक नई चेतावनी दी है कि वे रेलवे क्रॉसिंग के पास विशेष सावधानी बरतें और कभी भी लापरवाहियों में ना पड़ें। भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियानों और सख्त कानूनों की आवश्यकता है।