तरनतारन: युवक की गर्दन पर कई वार करके हत्या, सड़क किनारे खून से लथपथ शव मिला

पंजाब के तरनतारन जिले के गांव पिद्दी पट्टी में वीरवार की सुबह एक भीषण हत्या का मामला सामने आया है, जब एक युवक का खून से लथपथ शव ग्रामीणों ने सड़क किनारे देखा। यह मामला उस समय उजागर हुआ, जब स्थानीय निवासी ने इस शव की सूचना गांव के सरपंच और अन्य लोगों को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लिया। घटनास्थल के पास से पुलिस ने एक तेजधार हथियार भी बरामद किया, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि हत्या में इसे ही इस्तेमाल किया गया होगा।

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, युवक की हत्या कैसे हुई, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन मृतक के गले पर चाकू से कई वार किए गए थे। डीएसपी अतुल सोनी ने बताया कि पुलिस को संबंधित सूचना मिलते ही टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई। वहां पहुंचकर उन्होंने हत्या के सबूत जुटाने के लिए तलाशी अभियान चलाया, जिसके दौरान चाकू भी मिला। अब तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है, क्योंकि उसके पास से कोई पहचान पत्र या अन्य दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं।

पुलिस ने इस मामले में घटनास्थल से जुड़े स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। इसके अलावा, आसपास के गांवों में भी मृतक की पहचान के लिए संपर्क किया जा रहा है। हत्या की जांच में मृतक की पहचान सामने आने के बाद, पुलिस अन्य पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। इस हत्या के पीछे किसी पुरानी रंजिश या व्यक्तिगत विवाद का मामला हो सकता है, जिससे इस जघन्य अपराध की स्थिति और अधिक गंभीर बन जाती है।

गांव के निवासी रेशम सिंह ने घटना के बारे में बताया कि जब वह सुबह अपने घर से बाहर निकला, तो उसने देखी कि सड़क किनारे एक युवक का खून से सना शव पड़ा हुआ है। इस भयावह दृश्य को देखकर उन्होंने तुरंत स्थानीय प्राधिकरण को सूचित किया। ऐसे में जिस तरह से गांव में यह घटना घटी, उसने ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। शव को देखकर यह स्पष्ट होता है कि यह एक सुनियोजित हत्या है, जिसका उद्देश्य केवल हत्या करना नहीं बल्कि किसी प्रकार का संदेश देना भी हो सकता है।

ग्रामीण और पुलिस दोनों इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस द्वारा की गई जांच और आसपास के लोगों से मिली जानकारी के आधार पर हत्या के कारण और हत्यारे का पता लगाया जा सकेगा या नहीं। गांव में इस घटना ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतन करने की आवश्यकता को भी उजागर किया है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल एक व्यक्ति के जीवन को खत्म करती हैं, बल्कि समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल भी बनाती हैं।