अमृतसर में पुलिस की तत्परता के चलते एक युवक का जीवन बचाया गया, जिसने जानलेवा हमले की योजना बनाई थी। इस घटना में मनदीप सिंह उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया गया है, जो कि मुस्तफाबाद का निवासी है। उसके साथ-साथ एक और युवक रोहित उर्फ गंजा को भी गिरफ्तार किया गया है, जो उसके पड़ोसी हैं। इस मामले में इनके पास से एक 32 बोर का रिवॉल्वर, दो कारतूस और तीन खोखे बरामद किए गए हैं।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, थाना सदर की विजय नगर चौकी पुलिस को इस बारे में सूचना मिली थी कि मनदीप और रोहित के बीच पुरानी दुश्मनी की वजह से दोनों एक-दूसरे को जान से मारने की योजना बना रहे हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एएसआई गुरजीत सिंह की अगुवाई में एक टीम का गठन किया। टीम ने मौके पर पहुंचकर देखी कि मनदीप सिंह अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से रोहित पर फायरिंग कर रहा था, जबकि रोहित ने मनदीप पर ईंट से हमला करने की कोशिश की।
पुलिस ने तुरंत प्रभाव से मनदीप को पकड़ लिया और उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर, साथ ही तीन खोखे और दो जिन्दा कारतूस भी जब्त कर लिए। इस दौरान रोहित को भी गिरफ्तार किया गया, जो अपने प्रतिवाद में था। यह घटना पुरानी दुश्मनी का परिणाम बताई जा रही है, जिसमें दोनों युवक जान से मारने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई और इस खतरनाक स्थिति को नियंत्रित किया।
इस प्रकार की घटनाएं समाज में चिंताओं को बढ़ाती हैं, विशेषकर युवा वर्ग के बीच बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को लेकर। पुलिस की तत्परता से बड़ी अनहोनी टल गई है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा के दृष्टिकोण से हमें इस समस्या के विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है। स्थानीय निवासी भी इस घटना के बाद जागरूकता बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस प्रकार की हिंसक घटनाओं को रोका जा सके।
ये घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि समाज में Rivalry तथा पुरानी दुश्मनी के कारण लोग कितनी बड़ी गलतियों की ओर बढ़ सकते हैं। इसके लिए न केवल पुलिस की कार्रवाई आवश्यक है, बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी ऐसे मुद्दों का समाधान निकालना जरूरी है। इस सन्दर्भ में, पुलिस प्रशासन ने तुरंत प्रतिक्रिया देकर एक नजीर पेश की है कि समय पर कार्रवाई कैसे जीवन बचा सकती है।