चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन 7 दिन बंद: पंचकूला ओवरब्रिज के काम के लिए डीआरएम का आदेश!

चंडीगढ़ में वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के विकास कार्य के अन्तर्गत प्लेटफार्म नंबर-1 और 2 को 14 से 20 दिसंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इस अवधि के दौरान, गाटर डालने का कार्य पूरा किया जाएगा और चंडीगढ़ को पंचकूला से जोड़ने वाले ओवरब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण जानकारी को साझा करते हुए, अम्बाला मंडल के डीआरएम मंदीप सिंह भाटिया ने कहा कि इस पुनर्निर्माण कार्य का पर्यवेक्षण उन्हें व्यक्तिगत रूप से करना है।

डीआरएम मंदीप सिंह भाटिया ने हाल ही में चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन का दौरा किया और पुनर्निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर-3 और 4 पर 21 से 24 दिसंबर के बीच ओवरब्रिज कार्य भी शुरू होगा। इस निवासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, घग्घर और मोहाली रेलवे स्टेशन पर अस्थाई स्टाप बनाए गए हैं। इससे यात्रियों को कोई कठिनाई नहीं होगी, और उनकी यात्रा सुगम रहेगी।

प्लेटफार्म नंबर-1 और 2 पर चल रहे कार्य के कारण व्हीलर पार्किंग को पार्सल कार्यालय के सामने स्थानांतरित किया जाएगा। इससे स्टेशन पर यातायात का प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। डीआरएम ने यात्रियों की सुविधाओं को उचित ढंग से सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। कार्य की यह व्यवस्था इसीलिए की जा रही है ताकि स्टेशन पर आने-जाने वाले सभी यात्री किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करें।

इस दौरान, 14 से 20 दिसंबर के बीच चंडीगढ़-रामनगर एक्सप्रेस (12527-28) ट्रेन अंबाला से आगे नहीं बढ़ेगी। इसके अतिरिक्त, अम्बाला मंडल ने 56 ट्रेनों के प्लेटफार्म में बदलाव करने का भी ऐलान किया है। इन परिवर्तनों के चलते, कार्य के समय प्लेटफार्म नंबर-3, 4, 5 और 6 से ट्रेनें संचालित की जाएंगी। इसी प्रकार, 21 से 24 दिसंबर के दौरान जब प्लेटफार्म नंबर-3 और 4 पर कार्य होगा, तब ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर-5 और 6 से रवाना होंगी।

इन सभी परिवर्तनों और कार्यों का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देना है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण से न केवल स्टेशन की भौतिक सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि यात्रियों को अद्यतन साधनों और सेवाओं का लाभ भी मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया है कि सभी कार्य फास्ट ट्रैक पर हों और सबसे महत्वपूर्ण, यात्रियों को किसी भी प्रकार का कष्ट न हो।