लुधियाना नगर निगम चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं, और मतदान का दिन 21 दिसंबर निर्धारित है। आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम अवसर है। इस बीच, कांग्रेस पार्टी ने अपने 12 उम्मीदवारों की एक नई सूची जारी की है, लेकिन 7 उम्मीदवारों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। पार्टी के जिला प्रधान संजय तलवाड़ ने जानकारी दी कि जिन उम्मीदवारों की घोषणा होनी थी, उनके नाम सभी नामांकन केंद्रों पर भेज दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, ये 7 सीटें ऐसी थीं जहां पार्टी हाईकमान को बगावत का खतरा था। हालांकि, समय रहते ही इन उम्मीदवारों को पार्टी हाईकमान द्वारा नामांकित कर दिया गया है, जिससे उनकी सूची जारी नहीं की गई।
बीती रात आम आदमी पार्टी ने अपने 95 उम्मीदवारों की सूची का ऐलान किया जिसमें वार्ड नंबर 70 से प्रत्याशी कामराज बोबी शर्मा को टिकट दिया गया है। आज सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार नामांकन पत्र भरने के लिए विभिन्न केंद्रों पर पहुँचे हैं। क्षेत्रीय विधायक गुरप्रीत गोगी अपने विशेष स्कूटर के साथ अपनी पत्नी डा. सुखचैन के साथ नामांकन भरने पहुँचे। गोगी ने कहा कि यह स्कूटर उनके लिए भाग्यशाली है, जिसे उनकी मां ने उन्हें कॉलेज के दिनों में दिया था। उन्होंने बताया कि हर चुनाव में वे इसी स्कूटर पर नामांकन भरने आते हैं। वहीं उनकी पत्नी स्थानीय निकाय चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने जा रही हैं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी अपने बचे हुए 33 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, जिससे उनकी कुल संख्या 95 तक पहुँच गई है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वार्ड संख्या 80 से गौरवजीत गोरा और वार्ड संख्या 90 से जतिंदरपाल सिंह बेदी को टिकट दिया है। भाजपा ने कुछ सीटों पर उम्मीदवारों में बदलाव किया है, जैसे कि वार्ड नंबर 21 से इशप्रीत की जगह अनीता को और वार्ड नंबर 33 से लखविंदर कौर की जगह कुलदीप कौर को उम्मीदवार घोषित किया गया है। चुनाव के प्रति सभी दलों के कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश देखा जा रहा है।
नगर निगम चुनाव के लिए आज 400 से अधिक दावेदार नामांकन दाखिल करेंगे। आज बुधवार, 21 दिसंबर के मतदान से पहले नामांकन के आखिरी दिन पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कई नामांकन केंद्रों पर हलचल और बहस-झड़प की घटनाएँ भी संभव हैं, इसलिए पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। यह नामांकन प्रक्रिया 9 दिसंबर से शुरू हुई थी और 11 दिसंबर तक कुल 26 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र भरा था। हालांकि, कुछ दावेदारों को आवश्यक दस्तावेज न होने के कारण वापस लौटना पड़ा। नगर निगम से एनओसी प्राप्त करने के लिए भी दावेदारों की भीड़ देखी जा रही है, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों ने बिल्डिंग ब्रांच और प्रॉपर्टी टैक्स आदि क्षेत्रों में धावा बोला है।