जॉर्जिया के एक भारतीय रेस्टोरेंट में 11 भारतीय नागरिकों समेत 12 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की खबर से भारत के पंजाब में मातम छा गया है। इन मृतकों में एक जॉर्जियाई नागरिक भी शामिल है। सभी शव उस कमरे में पाए गए, जो रेस्टोरेंट के कर्मचारियों के लिए सोने का स्थान था। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मृतक सभी रेस्टोरेंट के स्टाफ सदस्य थे और उनके शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। इसका संकेत मिल रहा है कि उनकी मौत किसी दुर्घटना के कारण हुई है। जांच में यह बात सामने आई है कि बंद कमरे में लाइट न होने के कारण जनरेटर का इस्तेमाल किया गया, जिससे हादसा हुआ।
इस मामले में पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना शहर के निवासी 26 वर्षीय समीर कुमार का भी जिक्र हैं, जो छह महीने पहले जॉर्जिया गया था। समीर वहां टिक्लिश की राजधानी में इंडियन-एरब रेस्टोरेंट ‘हवेली’ में नौकरी कर रहा था। समीर के बड़े भाई गुरदीप कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर को उसका जन्मदिन था। इससे एक दिन पहले, समीर ने अपनी मां संतोष कुमारी से फोन पर बात की थी और फिर सोने चला गया। इसके तुरंत बाद, परिवार वालों ने उसे फोन करना शुरू किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जब उन्होंने उसके दोस्तों से संपर्क किया, तो उन्हें भी समीर का कोई समाचार नहीं मिला।
जब परिवार वालों ने रेस्टोरेंट के नंबर पर संपर्क किया, तो वहां के प्रबंधक ने बताया कि गैस लीक के कारण सभी 12 लोगों की मौत हुई है। लेकिन इसके अलावा किसी अन्य जानकारी के लिए उन्हें कोई सटीक उत्तर नहीं मिला। समीर के परिवार में खौफ और चिंता का माहौल है। गुरदीप ने भारतीय एंबेसी से संपर्क किया ताकि वे अपने भाई के शव को भारत लाने में मदद कर सकें, लेकिन वहां से कोई सहयोग नहीं मिला। न ही उन्हें संतोषजनक उत्तर प्रदान किया गया।
साथ ही, उन्होंने पंजाब और केंद्रीय सरकार से मदद की गुहार लगाई है, ताकि अंतिम संस्कार की रस्में निभाई जा सकें। परिवार ने स्पष्ट किया है कि उन्हें अपने भाई का शव भारत लाने के लिए हर संभव मदद की आवश्यकता है। परिवार वालों की मुश्किलें इस समय बढ़ती जा रही हैं, और उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि वे अपनी व्यथा को किस प्रकार दूर करें। उनका एकमात्र उद्देश्य अपने प्रिय का अंतिम विदाई देना है, ताकि समीर का अंतिम संस्कार सही तरीके से किया जा सके। इस घटनाक्रम ने जॉर्जिया में भारतीय समुदाय को भी झकझोर के रख दिया है और वहां पर मदद की जरूरत पर ध्यान आकर्षित किया है।