यीशु का जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ: बिशप विनय कंडुलना

यीशु का जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ: बिशप विनय कंडुलना

खूंटी, 24 दिसंबर (हि.स.)। प्रभु यीशु के जन्मोत्सव में मनाए जाने वाले मसीही विश्वासियों का सबसे पवित्र व बड़ा त्योहार क्रिसमस मंगलवार को जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शहर के आरसी चर्च, जीईएल चर्च और सीएनआई चर्च में अलग-अलग समय पर शाम से देर रात तक क्रिसमस जागरण आराधना में मिस्सा अनुष्ठान सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए।

चर्चों में आयोजित क्रिसमस जागरण आराधना में शामिल विश्वासियों द्वारा धार्मिक भजनों के अलावा यीशु के जन्म से संबंधित गीत गाए गए। मार्टिन बांग्ला स्थित सीएनआई चर्च में शाम पांच बजे से अब्राहम तरोम की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में बाइबल पाठ, स्तुति गान आदि धार्मिक कार्यक्रम हुए। मौके पर फादर आंद्रियस पूर्ति ने अपने संदेश में कहा कि यीशु मसीह का जन्म हमारे जीवन में आनंद, शांति और खुशी का संचार किया है।

उन्होंने एक दूसरे की सेवा के द्वारा ईश्वर के प्रेम को बांटने की अपील की। शहर के कदम स्थित जीईएल चर्च में भी शाम पांच बजे से पुण्य रात की आराधना कार्यक्रम में पास्टर रेव जीरेन संगा और रेव नमन लुगुन के नेतृत्व में समस्त धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए।

दूसरी ओर रोमन कैथोलिक चर्च में रात 10 बजे से क्रिसमस जागरण आराधना कार्यक्रम शुरू हुआ। बिशप विनय कंडुलना की अगवाई में आयोजित मिस्सा अनुष्ठान सहित अन्य धार्मिक आयोजनों को संपादित करने में फादर विशु बेंजामिन आईंद, फादर विजय मिंज, फादर अमृत लकड़ा आदि धर्म गुरुओं ने बिशप का सहयोग किया। देर रात तक आयोजित कार्यक्रम के दौरान बिशप ने अपने संदेश में कहा कि क्रिसमस का त्योहार आनंद और खुशी मनाने का है, क्योंकि यह हमारे मुक्तिदाता प्रभु यीशु का जन्मदिन है।

उन्होंने कहा कि हमारे लिए प्रेम और शांति का संदेश लेकर धरती पर आए प्रभु यीशु मानवता के उद्धार के लिए धरती पर अवतरित हुए थे। उन्होंने विश्वासियों से अपने मन व हृदय को शुद्ध रखकर प्रभु यीशु का स्वागत करने और उनके प्रेम व शांति के संदेश को आत्मसात करने की अपील की। इस अवसर पर सभी चर्चों को रंग-बिरंगे बल्बों से सुंदर ढंग से सजाया गया है। चर्च परिसरों में सुंदर चरनी का निर्माण कर प्रभु यीशु के जन्म को बेहतर तरीके से प्रदर्शित किया गया है। क्रिसमस को लेकर जीईएल चर्च एवं सीएनआई चर्च में बुधवार सुबह नौ बजे से विशेष अनुष्ठान संपन्न किए जाएंगे वहीं आरसी चर्च में बुधवार सुबह सात बिशप विनय कंडुलना की अगुवाई में धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।

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