12 जगहों पर प्रदर्शन: दिल्ली-लुधियाना और बठिंडा-चंडीगढ़ मार्ग ठप, रेल ट्रैक भी जाम!

**पंजाब में किसान आंदोलन के लिए आज का बड़ा बंद, यातायात पर पड़ेगा असर**

भास्कर न्यूज के अनुसार, संगरूर जिले में आज किसानों के द्वारा आहूत पंजाब बंद के कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। किसानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में आज सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक सड़क और रेल मार्ग पर यातायात रोकने का दावा किया गया है। ऐसे में, जो लोग जरूरी काम से घरों से बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं, उन्हें सलाह दी गई है कि वे आज शाम 4 बजे तक यात्रा करने से बचें। इस प्रदर्शन में किसानों के साथ-साथ अनेक व्यापारिक, सामाजिक, और कर्मचारी संगठनों का भी सहयोग मिलेगा।

किसान संगठनों ने 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा सीमा पर अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखा है। संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों ने इस बात का उल्लेख किया कि अपनी मांगों को लेकर वे पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, किसान जगजीत डल्लेवाल पिछले 26 नवंबर से खनौरी बार्डर पर अनशन पर हैं, जिसके विरोध में हरियाणा पुलिस द्वारा उनके प्रति दमनकारी कार्रवाई की गई है, जिसमें आंसू गैस और पानी की बौछारें शामिल हैं। ऐसे में, उनके रोष स्वरूप पंजाब बंद का ऐलान किया गया है।

बंद के दौरान केवल आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी प्रकार के व्यापार बंद रहेंगे। किसानों का कहना है कि वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में धरने देकर सड़कों और रेलवे ट्रैक को भी जाम करेंगे। इस अवसर पर गांवों में आयोजित बैठकें यह सुनिश्चित कर रही हैं कि सभी लोग बंद के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। व्यापारी, मजदूर, ड्राइवर और अन्य संघर्षशील संगठनों ने भी इस बंद का समर्थन किया है, जिससे यह आंदोलन और भी अधिक व्यापक हो गया है।

संगरूर जैसे मुख्य स्थानों पर विभिन्न जगहों पर धरने देने की योजना बनाई गई है। जैसे कि सुनाम मानसा रोड पर बस स्टैंड चीमा, संगरूर के नानकियाना चौक, पातडां रोड दिड़बा, और अन्य कई स्थानों पर यातायात को ठप किया जाएगा। इसके साथ ही, गुरने कलां रेलवे स्टेशन पर धरना देकर जाखल-लुधियाना रेल लाइन को भी प्रभावित करने का आश्वासन दिया गया है। यह प्रदर्शन केवल किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए भी उनका पूर्ण समर्थन दर्शा रहा है।

इस प्रकार, आज का पंजाब बंद एक महत्वपूर्ण घटना साबित हो रही है, जिसमें विभिन्न समुदाय और संगठन एकजुट होकर किसानों के अधिकारों के लिए खड़े हुए हैं। सभी की नजरें इस आंदोलन पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यह न केवल किसानों के अधिकारों के लिए, बल्कि समाज के अन्य तबकों के लिए भी संघर्ष का प्रतीक है।