-अलीराजपुर में बोरवेल में गिरा 4 साल का बच्चा, पांच घंटे चला रेस्क्यू, नहीं बच सकी जान
भोपाल, 12 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में बोरवेल के खुले गड्ढे में गिरने से एक और मासूम की मौत हो गई। मंगलवार शाम को अलीराजपुर जिले में खंडाला गांव के डावरी फलिया में एक चार साल का बच्चा बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिला प्रशासन और पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम ने पांच घंटे राहत एवं बचाव कार्य करते हुए कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को गड्ढे से बाहर निकाला, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर बोरवेल के गड्ढे में गिरकर मासूम की मौत होने की यह दूसरी घटना है।
अलीराजपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर खंडाला गांव के डावरी फलिया में मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे चार वर्षीय विजय पुत्र दिनेश अपने मौसा सालम सिंह के खेत में खेल रहा था। इसी बीच बोरी से ढंके बोरवेल के गड्ढे पर विजय ने पैर रख दिया और देखते ही देखते वह बोरवेल के गड्ढे के भीतर समा गया। आसपास के लोगों ने यह देख चीख-पुकार मचाई और जिला प्रशासन को सूचना दी गई। शाम करीब 4.45 बजे प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
उन्होंने बताया कि बच्चा बोरवेल में करीब 20 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था। मौके पर एसडीआरएफ की टीम बच्चे को बोरवेल से निकालने में काफी सावधानी बरत रही थी। बच्चा भीतर सांस ले सके, इसलिए नली के जरिये उसे आक्सीजन भी दी गई। बोरवेल के दो छोर पर जेसीबी मशीन से खुदाई कर समानांतर गड्ढा खोदा गया। रात करीब 10 बजे बच्चे को बाहर निकाला गया। तत्काल बच्चे को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मेडिकल परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ प्रकाश ढोके ने बताया कि बाहर निकालने के तीन से चार घंटे पहले ही बच्चा दम तोड़ चुका था।
अलीराजपुर कलेक्टर डॉ अभय अरविन्द बेडेकर ने बताया कि जिले के ग्राम खंडाला में करीब चार वर्षीय विजय पुत्र दिनेश बोरवेल के गड्डे में गिरा, करीब पांच घंटे चले रेस्क्यू के बाद बालक को 20 फीट गड्डा खोड़कर बाहर निकाला गया, जिसे तत्काल जिला अस्पताल इलाज हेतु भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मध्य प्रदेश में एक सप्ताह के अंदर बोरवेल के खुले गड्ढे में बच्चे की गिरकर मौत होने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले गत पांच दिसंबर को राजगढ़ जिले के पिपलिया रसोडा गांव में खेत के बीच खुले बोरवेल में एक पांच साल की बच्ची गिर गई थी। जिला प्रशासन और पुलिस ने एनडीआरएफ की मदद से नौ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को बाहर तो निकाल लिया था, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई थी। बच्ची ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
इसी साल मध्य प्रदेश के विदिशा में भी एक बच्चा खेलते हुए बोरवेल में गिर गया था। इस दौरान 60 फिट गहरे बोरवेल में बच्चा 43 फिट की गहराई में जाकर फंस गया था। उसे निकालने के लिए अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। जुलाई 2023 में भी विदिशा जिले के सिरोंज थाना क्षेत्र में एक ढाई साल की मासूम 20 फिट गहरे बोरवेल में गिर गई थी। इस हादसे से पहले जून 2023 में सीहोर जिले के मंडी इलाके में तीन साल की बच्ची गहरे बोरवेल में गिर गई थी। सेना की निगरानी में तीन दिन तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मासूम को बचाया नहीं जा सका था।