सच्ची घटना पर आधारित “झिटकू-मिटकी” पर बनी फिल्म 7 फरवरी को हाेगी रिलीज
जगदलपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ की पारंपरिक, संस्कृति, ऐतिहासिक एवं सच्ची घटना घटनाओं पर आधारित “झिटकू-मिटकी” पर बनी फिल्म 7 फरवरी 2025 को रिलीज होगी। यह जानकारी फिल्म के पटकथा, लेखक एवं निर्देशक राजा खान ने बुधवार काे दी।
उन्हाेंने बताया कि फिल्म झिटकू-मिटकी की कहानी छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की 300 साल पुरानी परंपराओं और प्रथाओं पर आधारित है। इस फिल्म की कहानी तैयार करने में दो वर्ष से अधिक का समय लगा। हमारी टीम ने बस्तर के आदिवासी समुदायों के इतिहास, रीति-रिवाजों और सामाजिक संरचनाओं पर गहन शोध किया गया। उन्होंने इस दौरान उन ऐतिहासिक पात्रों की प्रामाणिकता को सुनिश्चित किया, जो बस्तर की पौराणिक कथाओं में दर्ज हैं। उन्हाेंने बताया कि फिल्म में झिटकू का किरदार लालजी कोर्राम और मिटकी का किरदार मुंबई की जानी मानी एक्ट्रेस लवली अहमद ने निभाया है।
निर्देशक राजा खान ने बताया कि इस फिल्म का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करना है। फिल्म का निर्माण काफी चुनौतीपूर्ण रहा। वास्तविक स्थानों पर शूटिंग के दौरान आदिवासी संस्कृति के गहरे अनुभव को फिल्माया गया। फिल्म की तकनीकी गुणवत्ता पर भी खास ध्यान दिया गया है। उन्हाेंने बताया कि फिल्म “झिटकू-मिटकी” न केवल छत्तीसगढ़ के दर्शकों को, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को आकर्षित करेगी। इस फिल्म से छत्तीसगढ़ की अद्वितीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर को विश्व मंच पर नई पहचान मिलेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि दर्शक फिल्म को पसंद करेंगे और यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत के प्रचार-प्रसार में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्हाेंने कहा कि इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के इतिहास को एक नए दृष्टिकोण से पेश करना और आदिवासी समुदाय की उन कहानियों को जीवंत करना है, जो अब तक पर्दे के पीछे रही हैं। इसके साथ ही दर्शकों के भरपूर मनोरंजन के लिए भी यह फिल्म जानी जाएगी। फिल्म में ड्रामा, हास्य, कर्णप्रिय गीत संगीत और भावनाओं का ज्वार भाटा है, जिसमें दर्शक हर पल डूबे रहेंगे। यह फिल्म अंत तक दर्शकों को बंधे रखेगी।
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