छत्तीसगढ़ के कांकेर में डीवीसीएम कैडर की महिला नक्सली सहित 32 लाख के 7 इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

छत्तीसगढ़ के कांकेर में डीवीसीएम कैडर की महिला नक्सली सहित 32 लाख के 7 इनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

कांकेर, 31 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर के कांकेर जिले में शुक्रवार काे नक्सली गतिविधि में सक्रिय 32 लाख रुपये के 7 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। सभी नक्सली उत्तर बस्तर के रावघाट, परतापुर एरिया कमेटी और गढ़चिरौली डिवीजन में सक्रिय थे। ये नक्सली अब तक कई वारदाताें मुठभेड़, आगजनी और आईईडी विस्फोट में शामिल रह चुके हैं। कांकेर डीआईजी ने बताया कि आत्मसमर्पित सात इनामी नक्सलियों में सीनियर डीवीसीएम महिला नक्सली ममता भी शामिल है, जो कई बड़ी नक्सल घटनाओं में शामिल रह चुकी है। साल 2025 में जनवरी महीने में अभी तक कांकेर में 18 नक्सली ने आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

आत्म समर्पण करने वाले इन सातों नक्सलियों में ममता उर्फ शांता, दिनेश मट्टामी, आयतु राम पोटाई, इतवारीन पद्दा, संजय नरेटी, सगनु राम आंचला और जमुना नेताम उर्फ नीरा शामिल हैं। इन्होंने डीआईजी अमित तुकाराम काम्बले, डीआईजी विपुल मोहन बाला (बीएसएफ सेक्टर कन्हारगांव, भानुप्रतापपुर), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईके एलेसेला, भानुप्रतापपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पटेल, कांकेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश सिन्हा और अन्य पुलिस अधिकारी के समक्ष आज आत्म समर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित करने वाले नक्सलियाें में डीवीसीएम कैडर के ममता सहित 3 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एक नक्सली पर 5 लाख रुपये और 3 अन्य पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास नीति के तहत उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 25-25 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं।

पुलिस के अनुसार कांकेर जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ और सुकमा पुलिस के चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते दबाव के फलस्वरूप नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। आज आत्मसमर्पित करने वाली नक्सली 60 वर्षीय ममता उर्फ शांता तेलंगाना की निवासी है। यह वर्ष 2011 में ग्राम सुलंगी पुलिस-नक्सली मुठभेड़ शामिल थी, जिसमें बीएसएफ के 2 जवान बलिदान हुए और 2 नक्सली मारे गए थे। वर्ष 2015 में ग्राम मेटाबोदेली (चारगांव) में माईंस और आगजनी की वारदात, ग्राम गुदुंल में पंचायत चुनाव के दौरान आईईडी विस्फोट, जिसमें पुलिस के 2 जवान बलिदान में भी वह शामिल रही है। वर्ष 2018 में ग्राम महला कैम्प पर हमला, वर्ष 2019 में ग्राम कागबरस और चिलपरस में वाहनों में आगजनी की वारदात में शामिल थी।

आत्मसमर्पित 20 वर्षीय नक्सली दिनेश मट्टामी नारायणपुर निवासी है। वह वर्ष 2024 में ग्राम हिदूर में सड़क निर्माण में लगे वाहनों में आगजनी की वारदात में शामिल रहा है जबकि 27 वर्षीय नक्सली आयतु राम पोटाई निवासी कांकेर, वर्ष 2020 में ग्राम महला मंदिर टेकरी में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ और वर्ष 2023 में ग्राम आलदण्ड और बिनागुण्डा के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है।

25 वर्षीय नक्सली इतवारीन पद्दा कांकेर का निवासी है। वह वर्ष 2018 में महला कैम्प पर हमला शामिल था। इसमें बीएसएफ के 2 जवान घायल हुए थे। वर्ष 2020 में ग्राम पतकालबेड़ा में मुठभेड़ की वारदात जिसमें 03 नक्सली मारे गए थे, में शामिल था।

23 वर्षीय नक्सली संजय नरेटी कांकेर का निवासी है। वह वर्ष 2023 में ग्राम आलपरस में गाड़ियों में आगजनी, वर्ष 2023 में ग्राम गोमें में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है। इसके अतिरिक्त वह वर्ष 2024 में ग्राम काकनार में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है, जिसमें रावघाट एसी सदस्य राजू उर्फ सुनील कलमू मारा गया और कमांडर जग्गू गोटा घायल हो गया था।

24 वर्षीय नक्सली सगनु राम आंचला कांकेर का निवासी है। वह वर्ष 2020 में ग्राम पतकालबेड़ा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल, वर्ष 2023 में ग्राम गोमें में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ और वर्ष 2023 में ग्राम आलपरस में 12 गाड़ियों में आगजनी वारदात में शामिल रहा है।

50 वर्षीय नक्सली जमुना नेताम उर्फ नीरा भी कांकेर का निवासी है। वह वर्ष 2007 में ग्राम भुस्की और मिचगांव मोड़ पर एम्बुश की घटना, जिसमें पुलिस के 5 जवानों का बलिदान हुआ और 18 जवान घायल हुए, में शामिल रहा है। वह वर्ष 2020 में ग्राम महला मंदिर टेकरी में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ तथा वर्ष 2023 में ग्राम आलदण्ड और बिनागुण्डा के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहा है। इस मुठभेड़ में नक्सली सदस्य सुनीता मारी गई थी।————-