वाटसअप कॉल से हुआ संपर्क : ज्वैलरी कारोबारी को गोल्ड के नाम पर धातु थमाकर कर 35 लाख की ठगी

वाटसअप कॉल से हुआ संपर्क : ज्वैलरी कारोबारी को गोल्ड के नाम पर धातु थमाकर कर 35 लाख की ठगी

जोधपुर, 04 फरवरी (हि.स.)। शहर में रहने वाले एक ज्वैलरी कारोबारी को शातिर शख्स ने परिचित का हवाला देकर उससे सोने के बिस्किट के नाम पर धातु थमाकर 35 लाख की ठगी कर डाली। बाद में कभी शातिर रूपयों के लिए जयपुर बुलाता तो कभी मुंबई। आखिरकार वह मुंबई से फरार हो गया। अपने स्तर पर काफी तलाश के बाद ठग हाथ नहीं लगा तो पीडि़त ने पुलिस की शरण ली। इस बारे में सरदारपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया गया।

मामले के अनुसार आडा बाजार हाल गणपति नगर शांतिनाथ नगर प्रतापनगर के रहने वाले सुनील माहेश्वरी पुत्र रामकृष्ण माहेश्वरी ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वह वह सोने चांदी के आइटम बनवाकर शहर के व्यापारियों आदि को होलसेल पर उपलब्ध कराता है। वह जोधपुर के रामदेव मंदिर रोड मसूरिया के मनोज सोनी को भी ज्वैलरी बनाकर देता है। गत साल सितंबर में उसके मोबाइल पर किसी शख्स ने वाटसअप कॉल किया और कहा कि उसने मनोज सोनी से आपके नंबर लिए और वह सस्ती दर पर सोना उपलब्ध करवाता है। उस शख्स ने खुद के धनराज सोनी होना बताया था।

इस पर सुनील माहेश्वरी ने उसे सितंबर अंत में मिलने के लिए बुलाया। तब धनराज सोनी नाम का शख्स उससे मिलने के लिए जोधपुर आया और उसे 100 ग्राम सोने का असली बिस्कि ट दिखाया। असली सोना जानकार सुनील माहेश्वरी ने उसे 500 ग्राम सोने का ऑर्डर दिया। बाद में इसकी खरीद फरोख्त के लिए सितंबर अंत में ही वह शख्स धनराज सोनी एक अन्य लडक़े क ो साथ लेकर जोधपुर आया। यहां चिल्ड्रन पार्क के पास में उसे 500 ग्राम सोना प्लास्टिक की डिब्बी में पांच बिस्किट रूमाल में बांध कर दिए। बदले में उसे 35 लाख रूपए दिए गए।

धनराज सोनी ने कहा कि कोई पकड़ लेगा, इसलिए वह जल्दी सोना लेकर निकल जाएं। तब सुनील माहेश्वरी अपने दो तीन अन्य साथियों मानसिंह गौड़, चंदनसिंह, राजू आदि के साथ में ऑटो लेकर निकल गए। वक्त घटना यह लोग भी साथ थे।

इसके बाद में जब गोल्ड के चैक कराया तो पता लगा कि वह केवल धातु है। असली सोना नहीं है। बाद में धनराज सोनी को कॉल करने पर उसने कई बात तो फोन नहीं उठाया और अंत में फोन उठाने पर कहा कि वह 1 अक्टूबर को जयपुर आ रहा है। जहां पर वह दिए गए रूपए लौटा देगा। पुलिस में केस दर्ज मत कराना। बाद में सुनील माहेश्वरी उसके जयपुर बताए ठिकाने पर अपने परिचितों के साथ जयपुर गया। मगर वहां पहुंचने पर धनराज सोनी ने कहा कि वह जरूरी कार्य से मुंबई निकल गया है। 9 अक्टूबर को मुंबई आ जाना। इस पर सुनील माहेश्वरी अपने परिचितों को लेकर मुंबई गोरेगांव पहुंचे। जहां ऑबेरॉय होटल गोरेगांव पुल पर धनराज सोनी व उसके साथ आया लडक़ा मौजूद थे। मगर वे लोग सुनील माहेश्वरी को देखकर वहां से फरार हो गए। भीड़भाड़ ज्यादा होने पर दोनों वहां से गायब हो गए।

पीडि़त सुनील माहेश्वरी ने रिपोर्ट में बताया कि वह काफी समय तक ठगों की तलाश में लगा रहा, मगर उनका पता नहीं चल पाया। अब उसने पुलिस में रिपोर्ट दी है। शातिर ने उससे 35 लाख रूपए की ठगी कर ली। जांच थानाधिकारी शेषकरण बारहठ की तरफ से की जा रही है।