पंजाब के मोहाली जिले का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 22 वर्षीय युवक रणदीप सिंह को एक ट्रैवल एजेंट ने डंकी रूट से कनाडा के रास्ते अमेरिका भेजने का सपना दिखाया। रणदीप, जो 8वीं कक्षा तक पढ़ा था, अपने परिवार के सपनों को साकार करने के लिए 22 लाख रुपये की भारी रकम उस एजेंट को देने को तैयार हो गया। लेकिन यह सपना अंततः उसके लिए एक त्रासदी में परिवर्तित हो गया। युवक आठ महीनों तक कंबोडिया में फंसा रहा जहां एक संक्रमण से उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने न केवल उसकी परिवार की खुशियों को छीन लिया बल्कि उन्हें उसकी लाश को भी भारत लौटाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
इस संदर्भ में, मोहाली की डेराबस्सी पुलिस ने शिकायत पर हरियाणा के ट्रैवल एजेंट बिक्रम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बिक्रम सिंह, जो कि अंबाला का निवासी है, पर धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और इमिग्रेशन एक्ट की धाराओं के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और इसे लेकर मामला बहुत गंभीर है। अगर बिक्रम सिंह साबित होता है, तो उसे 5 से 7 साल की जेल हो सकती है।
रणदीप के बड़े भाई रवि ने पुलिस शिकायत में बताया कि उनका परिवार आर्थिक स्थिति कमजोर है। उनके पिता बलविंदर सिंह और मां ज्ञान कौर दिहाड़ी मजदूर हैं। उन्होंने रणदीप को काम दिलवाने की योजना बनाई थी, लेकिन आरोपी ने उन्हें ऐसी जानकारी दी जो उनके जीवन का एक बड़ा मोड़ बन गई। यह तथ्य और भी चिंताजनक है कि आरोपी ने पैसे वसूलने के बाद रणदीप को डंकी रूट पर भेजने का वादा करके उसे अन्य देशों में फंसाए रखा। इस दौरान, रणदीप की तबियत बिगड़ गई और उसके स्वास्थ्य के कारण परिवार को चिंता सताने लगी।
परिवार ने संकेत दिया है कि युवक की बीमारी के चलते आरोपी एजेंट ने उनसे और अधिक पैसे मांगे और उन्हें कंबोडिया में ही रखा। इस समय के दौरान, रणदीप ने फोन पर अपने परिवार से बात की और कहा कि वह वहां रहकर बहुत असहज महसूस कर रहा है। जैसे ही परिवार ने आर्थिक मदद भेजी, उसी दौरान रणदीप की मौत की जानकारी मिली, जिससे सभी की उम्मीदें टूट गईं।
यह मामला केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दा भी है। सूचनाओं के अनुसार, हाल के समय में मोहाली और आसपास के क्षेत्रों में डंकी रूट से अमेरिका जाने के लिए कई FIR दर्ज हो चुकी हैं, जो इस प्रकार की अनियमितताओं और धोखाधड़ी को दर्शाती हैं। अब समय आ गया है कि ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि कोई और परिवार इस दर्द से गुजरने न पाए। इस मामले की वास्तविकता का पता लगाने और न्याय दिलाने के लिए पुलिस गंभीरता से काम कर रही है।