फिल्म ‘तुम्बाड’ के अभिनेता सोहम शाह की नई फिल्म ‘CrazXy’ ने हाल ही में सिनेमाघरों में दस्तक दी है। इसमें सोहम एक विभिन्न अवतार में नजर आ रहे हैं, जो उनके प्रशंसकों के लिए एक नई और रोचक पेशकश है। इस फिल्म का निर्देशन गिरीश कोहली ने किया है, जो इस फिल्म के जरिए अपने निर्देशन के क्षेत्र में पहला कदम रख रहे हैं। इससे पहले वे ‘मॉम’ और ‘केसरी’ जैसी मशहूर फिल्मों के लेखक रह चुके हैं। सोहम शाह इस फिल्म के निर्माता भी हैं, और उन्हें फिल्म को लेकर दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। गिरीश ने दैनिक भास्कर के साथ अपनी फिल्म की यात्रा एवं चुनौतियों के बारे में बात की।
गिरीश ने इंटरव्यू में बताया कि इस फिल्म की कहानी को उन्होंने आठ साल पहले लिखा था, और इसकी शूटिंग 2022 में शुरू हुई। फिल्म का अंतिम हिस्सा पिछले वर्ष 2024 में शूट किया गया। उनके लिए यह सबसे बड़ी चुनौती थी कि कहानी को लंबे समय तक जीवित रखना और अपने जुनून को ठंडा नहीं होने देना। उन्होंने कहा कि एक निर्देशक की जिम्मेदारी होती है कि सेट पर सभी लोग एक ही उद्देश्य के साथ काम करें। गिरीश ने खुद को और अपनी टीम को यह सुनिश्चित करने की चुनौती दी कि कहानी में कोई कमजोरी न आए। उन्होंने फिल्म की शूटिंग मुंबई से बाहर की है, क्योंकि वहां की सड़कों पर उन्हें वे लैंडस्केप और टेक्सचर नहीं मिल पाए।
गिरीश ने कहा कि उन्होंने फिल्म में किसी भी प्रकार के बदलाव करने से बचने का फैसला लिया, क्योंकि उनके विचार में यह उनकी कहानी को कमजोर कर सकता था। प्रोडक्शन टीम से आए सुझावों के बारे में उनका मानना था कि हर कोई अपनी राय रखता है, लेकिन अंत में यह निर्देशक का दृष्टिकोण होता है जो सबसे महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने यह भी बताया कि सोहम के साथ उनकी पहली मुलाकात में ही एक कहानी की पिचिंग की थी, जो तब नहीं बन पाई। लेकिन इस बार उन्होंने एक दूसरे के साथ मिलकर ‘CrazXy’ पर काम करने का निर्णय लिया।
सोहम शाह के साथ काम करने के अनुभव पर गिरीश ने कहा कि फिल्म में कई गाने हैं जो पहले से मशहूर गानों के रिक्रिएटेड वर्जन हैं। उन्होंने गीतों को सिचुएशन के अनुसार प्लग इन करने की चुनौती को स्वीकार किया। यह एक जोखिम भरा काम था, क्योंकि मूल गाने के साथ तुलना में नई रचना करनी होती है। लेकिन गिरीश ने कहा कि जब अभिनेता और प्रोड्यूसर भी इस बारे में सहमत होते हैं, तो यह सुनिश्चित हो जाता है कि उनके दृष्टिकोण की वैधता है। उन्होंने महाभारत के संदर्भों का उपयोग करते हुए अपने किरदारों का नाम भी अभिमन्यु रखा।
अंत में, गिरीश ने कहा कि इस फिल्म की यात्रा उनके लिए कई भावनात्मक क्षण लेकर आई है। एक निर्देशन की पहली फिल्म होने के नाते, यह उनके लिए किसी पहले प्यार की तरह है। उन्हें इस अनुभव से न केवल फिल्म मेकिंग, बल्कि अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में भी कई बातें सीखने को मिलीं। उन्होंने फिल्म की एक सीन के दौरान अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि जब उन्होंने अपने मुख्य अभिनेता सोहम के साथ काम किया, तो उन्हें आंसू आ गए थे, यह दिखाते हुए कि इस यात्रा का हर क्षण उनके लिए कितना विशेष रहा है।