आजमगढ़ में पुलिस पर बड़ा आरोप: बहन ने कहा- भाई को मारकर टॉयलेट में लटकाया!

दिनांक 30 मार्च 2023 को आजमगढ़ के तरवां थाने के टॉयलेट से एक युवक, सनी कुमार की लाश मिली। उसकी बहन जानकी ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह आत्महत्या नहीं हो सकती, बल्कि सनी की हत्या की गई है। जानकी ने थाने में सुसाइड की स्थिति को लेकर आशंका जाहिर करते हुए कहा, “कोई 4 फीट की खिड़की से फांसी नहीं लगा सकता।” परिवार ने पुलिस पर लापरवाही और गलत कार्रवाई का आरोप लगाया है। जब सनी के पिता थाने में उसे खाना देने पहुंचे, तभी उन्हें बेटे की मौत का पता चला। इसके बाद, इस घटना ने समाज में व्यापक विद्रोध पैदा किया, जिसकी परिणति उपद्रव और पथराव में हुई।

परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि सनी को थाने में बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के रातभर रखा गया। घटना में पुलिसकर्मियों की लापरवाही ने स्थिति को और खराब कर दिया। सनी के मामा चंदन कुमार ने भी बताया कि पहले उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, “हमने पुलिस से कहा कि हमें बस चालान कर दीजिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।” यह जीवन का एक बेहद नाजुक मामला बन गया है जिसमें पुलिस की लापरवाही के कारण एक युवक की जान गई।

इस मामले में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है। लेकिन सवाल यह है कि सनी को क्यों थाने में रखा गया और उसके परिवार को क्यों कोई सूचना नहीं दी गई? इस घटना ने लोकतंत्र की बुनियादी मूल्यों को चुनौती दी है, और इससे पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की नाकामी पर चीत्कार करते हुए सजा की मांग की है।

इस पर राजनीति भी गरमा गई है। शव मिलने के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने परिवार से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की और मांग की है कि इस मामले की सीआईडी जांच की जाए। समाजवादी पार्टी से लेकर भाजपा तक सभी ने सनी कुमार के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। बसपा नेता ने भी परिवार को नौकरी देने की प्रस्तावना की। इन सभी घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि घटना ने न केवल परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे समाज में एक गहरी निराशा और आक्रोश भी पैदा कर दिया है।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि क्या वास्तव में सनी की मौत आत्महत्या थी या इस पीछे कोई और बड़ा खेल था। स्थानीय कतार में काफी गहमागहमी बनी हुई है और पूरे हाथों से सच्चाई को उजागर करने की मांग की जा रही है। आशा है कि न्याय मिलेगा और परिवार को सच्चाई का पता चल सकेगा।