कैबिनेट : तिरुपति-पाकला-काटपाडी रेलवे लाइन के दोहरीकरण को मंजूरी
नई दिल्ली, 9 अप्रैल (हि.स.)। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में तिरुपति-पाकला-काटपाडी सिंगल रेलवे लाइन सेक्शन के दोहरीकरण को मंजूरी दी है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1332 करोड़ रुपये है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने आज आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में तिरुपति-पाकला-काटपाडी (वेल्लोर) सिंगल रेलवे लाइन सेक्शन (104 किमी) के दोहरीकरण को मंजूरी दी।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को राष्ट्रीय मीडिया केंद्र (एनएमसी) में पत्रकारों को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में कृषि उत्पाद, सीमेंट प्लांट और बिजली उत्पादन गतिविधियों के अलावा तिरुपति बालाजी, श्रीकालहस्ती शिव मंदिर और चंद्रगिरी फोर्ट जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं। इन तीनों स्थानों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां रेल संपर्क होने से देश भर से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को सुविधा होगी।
वैष्णव ने कहा कि दो राज्यों आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तीन जिलों को कवर करने वाली इस परियोजना से भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क में लगभग 113 किलोमीटर की वृद्धि होगी। इस प्रोजेक्ट से आंध्र के दो जिलों चित्तूर और तिरुपति के अलावा तमिलनाडु के वेल्लोर जिले को सीधा लाभ मिलेगा। प्रोजेक्ट में 15 स्टेशन, 17 प्रमुख पुल, 327 छोटे ब्रिज, 7 फ्लाईओवर और 30 अंडरपास और 104 किलोमीटर की रुट लेंथ हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से सड़क की ओर जाने वाला ट्रैफिक ट्रेन की ओर शिफ्ट होगा। इस शिफ्टिंग से 20 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाईऑक्साइड को कम करने में मदद मिलेगी। यह एक करोड़ पेड़ लगाने के बराबर होगी। इससे चार करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी। ट्रांसपोर्ट के मॉडल शिफ्ट से प्रतिवर्ष 449 करोड़ रुपये की ट्रांसपोर्ट लागत में कमी आएगी। मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना से लगभग 400 गांवों और लगभग 14 लाख आबादी तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
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