सिरसा: सडक़ निर्माण में बरती गई अनियमितताओं एसीबी ने शुरू की जांच

सिरसा: सडक़ निर्माण में बरती गई अनियमितताओं एसीबी ने शुरू की जांच

एसीबी की टीम ने कई जगह से भरे सैंपल

सिरसा, 18 अप्रैल (हि.स.)। जिला के गांव हेबुआना में सडक़ निर्माण में अनियमितताओं के आराेपाें की जांच करने शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो चंडीगढ़ और सिरसा की टीम पहुंची और सडक़ निर्माण सामग्री के सैंपल लिए। इस दौरान ग्रामीणों ने टीम की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनकी शिकायत इंटरलॉक टाइल के सैंपल लेने की नहीं, बल्कि तारकोल से बनी सडक़ को लेकर है।

जानकारी के अनुसार एंटी करप्शन टीम ने गांव में बनी 600 मीटर लंबी इंटरलॉक टाइल वाली सडक़ से तीन जगहों से सैंपल लिए हैं। इन सैंपलों को मधुबन भेजा जाएगा और रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान ग्रामीणों ने टीम की कार्रवाई पर ऐतराज जताते हुए कहा कि कुछ महीने पहले बनी 2 किलोमीटर लंबी तारकोल सडक़ की शिकायत सीएम विंडो में की थी। आरोप लगाया गया था कि तारकोल से बनी सडक़ निर्माण में निम्र स्तर की सामग्री का प्रयोग किया गया है, जिस कारण सडक़ जगह-जगह से टूट गई है।

ग्रामीणों का आरोप है कि जांच करने पहुंची टीम ने गलत हिस्से से सैंपल लेकर उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि वे कालांवाली रोड से हेबुआना रोड पर बनी सडक़ में बरती गई लापरवाही को उजागर करेंगे। ग्रामीणों ने संबंधित ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों के आरोप के अनुसार विभागीय अधिकारियों ने भी निर्माण के समय कोई ध्यान नहीं दिया जिस कारण ठेकेदार ने निम्र स्तर की सामग्री का प्रयोग किया। नवनिर्मित सडक़ टूटने पर ग्रामीणों ने सीएम विंडो में शिकायत दी, लेकिन जांच करने पहुंची टीम ने भी गलत जगह से सैंपल भरें हैं, जिससे ग्रामीाणों में रोष है।

एसीबी प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि प्रथम दृष्ट्या ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता करनी पाई गई है। निर्माण की गुणवत्ता से समझौता किया गया है। सड़क निर्माण कार्य को ठीक से करवाने के लिये नियुक्त लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व ठेकेदार जिम्मेदार है। इस सम्बंध में एसीबी द्वारा आवश्यक आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

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