वक्फ कानून के विरोध की आड़ में हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी: विहिप
मुर्शिदाबाद हिंसा के खिलाफ विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में किया प्रदर्शन,कहा बंगाल में लगे राष्ट्रपति शासन
लखनऊ,19 अप्रैल (हि.स.)। वक्फ कानून के विरोध की आड़ में पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ शनिवार को प्रदेशभर में विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। राजधानी लखनऊ में विहिप कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन किया और अटल चौराहे तक मार्च निकाला। इसके बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन का नेतृत्व विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री विजय प्रताप ने किया। विहिप के प्रान्त मंत्री देवेन्द्र मिश्र ने बताया कि अवध प्रान्त के सभी जिलों में विहिप की ओर से प्रदर्शन किया गया है।
लखनऊ में विहिप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रान्त संगठन मंत्री विजय प्रताप ने कहा कि मुस्लिम भीड़ द्वारा 11 अप्रैल, 2025 को वक्फ कानून के विरोध के नाम पर किया गया, हिंसक प्रदर्शन कानून बनाने वाली सरकार के विरोध में नहीं अपितु हिंदुओं पर हिंसक आक्रमण था। इनका असली उद्देश्य मुर्शिदाबाद को हिंदू शून्य बनाना था। इस उन्मादी जिहादी भीड़ ने हिंदुओं के 200 से अधिक घरों और व्यावसायिक दुकानों को लूटकर जलाया, सैकड़ो हिंदुओं को बुरी तरह घायल किया व तीन नागरिकों की निर्मम हत्या की गई। दर्जनों महिलाओं के शीलभंग भी किए गए। लखनऊ के प्रदर्शन में प्रमुख रूप से प्रान्त मंत्री देवेन्द्र मिश्र,प्रांत प्रचार प्रमुख नृपेंद्र विक्रम सिंह, विभाग मंत्री योगेश, सह मंत्री वीरेंद्र प्रताप, बजरंग दल के विभाग संयोजक विजय निषाद, जिला संयोजक अखंड प्रताप, जिला मंत्री अमित श्रीवास्तव,धीरज सोनकर प्रमुख सहित बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रखंड के पदाधिकारी मौजूद रहे।
बंगाल को हिंसा की आग में जलाया जा रहा विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री ने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के चारों प्रान्तों के सभी जिलों में प्रदर्शन हुआ है। प्रयाग के सिविल लाइन स्थित हनुमत निकेतन पर एकत्रित होकर विहिप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इसके बाद कार्यकर्ता पत्थर गिरजाघर से सुभाष चौराहे पर पहुंचे और बांग्लादेश सरकार का पुतला दहन किया। विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह ने कहा कि बंगाल को जिस प्रकार हिंसा की आग में जलाया जा रहा है, और हिंदू विरोधी तत्वों को अपने षडयंत्रों को क्रियान्वित करने की खुली छूट दी जा रही है, उससे स्पष्ट लगता है कि बंगाल की स्थिति अत्यधिक चिंताजनक है। मुर्शिदाबाद से प्रारम्भ हुई यह भीषण हिंसा अब संपूर्ण बंगाल में फैलती हुई दिखाई दे रही है। शासकीय तंत्र दंगाइयों के सामने केवल निष्क्रिय ही नहीं अपितु कई स्थानों पर इनका सहायक या प्रेरक बन गया है। इससे पहले कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाए, केंद्र सरकार को प्रशासन का नियंत्रण व संचालन अपने हाथ में लेकर राष्ट्र विरोधी व हिंदू विरोधी तत्वों को उनके कुकर्मों के लिए कठोरता सजा दिलवानी चाहिए।
केन्द्र सरकार से विहिप की मांग 1. बंगाल में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाए ।2.बंगाल की हिंसा की जांच एनआईए के द्वारा करवाई जाए और दोषियों को अविलंब दंडित किया जाए ।3.बंगाल की कानून व्यवस्था का संचालन केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथों में दिया जाए।4. बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उनको निष्कासित किया जाए। 5.बंगाल व बांग्लादेश की 450 किलोमीटर की सीमा पर तार लगाने का काम अविलंब प्रारंभ किया जाए ।