जोधपुर शहर की सड़कों पर लंबे समय से चल रही तेज रफ्तार सिटी बसों ने लोगों के लिए खौफ का सबब बनकर रख दिया था। ऐसे में बुधवार को मोबाइल मजिस्ट्रेट दिली चौधरी की टीम ने आखिरकार इन बेतरतीब बसों पर कड़ी कार्रवाई की। गुरुवार को टीम ने मनमर्जी से चलने वाली और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाली लगभग 100 सिटी बसों और अन्य वाहनों के चालान काटे। इसके साथ ही तीन गाड़ियों को सीज भी किया गया, जिससे संचालकों में हड़कंप मच गया।
जोधपुर में कार्यवाही से पहले सिटी बसों की गतिविधियों की जानकारी एकत्र की गई थी, जिनमें ये गाड़ियाँ तेज रफ्तार से दौड़ते हुए यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाल रही थीं। मोबाइल मजिस्ट्रेट चौधरी ने अपनी टीम के साथ मिलकर शहर के विभिन्न इलाकों में अचानक कार्रवाई करने का निर्णय लिया। रेलवे स्टेशन क्षेत्र, महात्मा गांधी अस्पताल रोड, सोजती गेट, जालोरी गेट, शनिश्चरजी का थान और चौपासनी रोड पर कार्रवाई की गई।
जैसे ही कार्रवाई का समाचार पूरे शहर के सिटी बस ऑपरेटर्स में फैला, संचालकों में एक विशेष डर का माहौल देखने को मिला। कई संचालक कानून के शिकंजे से बचने के लिए अपनी बसों को तेजी से ले जाने लगे, वहीं कुछ ने निर्धारित सीमा और सवारियों की संख्या के नियमों का पालन करने की कोशिश की। हालांकि, इसके बावजूद टीम ने अपने अभियान के दौरान सौ से अधिक वाहनों का चालान किया, जिससे यथास्थिति को एक नई दिशा मिली।
इस दौरान मोबाइल मजिस्ट्रेट ने यातायात पुलिस के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर नियमों के उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इस कार्रवाई में रीडर रूपदान चारण, सीआई रामसिंह चरण और हैड कांस्टेबल तरुण विश्नोई भी टीम का हिस्सा रहे। इस अभियान के जरिए शहर में यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का प्रयास किया गया है।
ऐसी कार्रवाई से ना केवल सिटी बस ऑपरेटर्स में हड़कंप मचा है, बल्कि यह जोधपुर शहर में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ है। नागरिकों को उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी कार्रवाई से सड़कों पर सुरक्षा बढ़ेगी और सिटी बसों के संचालक नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे।