वाराणसी, 21 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित महिला महाविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की छात्राओं ने गुरुवार को श्री अन्न पर आधारित तीन दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। विभाग के न्यूट्रिशन लैब में मिलेट्स के बारे में जानकारी ली और कार्यशाला में रागी के आटे से मठरी समेत अन्य मिलेट्स के प्रयोग, इसके उत्पाद तैयार करने का गुर भी सीखा।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. रीता सिंह ने छात्राओं को अपने और अपने परिवार के लिए स्वस्थ भोजन की आदतें विकसित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के महत्व और मिलेट के माध्यम से हमारी विरासत को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण, मिलेट की प्रासंगिकता को भी बताया।
कार्यशाला में भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार ने कार्यशाला के आयोजन को सराहा। डीन स्टूडेंट्स प्रो. एके नेमा ने प्रतिभागी छात्राओं का उत्साहवर्धन कर इसके प्रयोग पर जोर दिया। कार्यशाला की संयोजक प्रोफेसर मुक्ता सिंह ने बताया कि कार्यशाला श्री अन्न उत्पादों के उत्पादन और विपणन में प्रशिक्षण प्रदान करके छात्राओं के बीच उद्यमशीलता कौशल विकसित करके कौशल भारत मिशन का समर्थन करने का एक प्रयास है। उन्होंने बताया कि न्यूट्रिशन लैब में कार्यशाला 23 दिसबंर तक चलेगी। कार्यशाला की सह संयोजक प्रो. कल्पना गुप्ता ने कहा कि संपूर्ण कार्यशाला समूह को चार उप समूहों में विभाजित किया गया है, और प्रत्येक समूह में आठ प्रतिभागी हैं। छात्राओं के साथ-साथ प्रत्येक समूह में मेस (हॉस्टल के मेस महाराज) के एक कर्मचारी को भी शामिल किया गया है। ताकि वे बड़े पैमाने पर छात्राओं के लिए इन व्यंजनों को सीख सकें और अपने मेस में बना सकें। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में दूसरे दिन इन उत्पादों की पैकेजिंग एवं मार्केटिंग के बारे में जानकारी देते हुए तैयार किए उत्पाद को पैक किया जाएगा। तीसरे दिन इन उत्पादों को प्रदर्शनी लगाने के साथ ही इनकी बिक्री की जाएगी। यह कार्यशाला महिला महाविद्यालय के सभी छात्राओं के लिए आयोजित की गई है।