**अमृतसर: जहाजगढ़ मार्केट में अपहरण की घटना से मचा हड़कंप**
अमृतसर के जहाजगढ़ मार्केट में एक व्यक्ति के अपहरण की घटना ने स्थानीय व्यापारियों और प्रवासी लोगों को स्तब्ध कर दिया। यह घटना शुक्रवार सुबह की है, जब एक युवक को दुकानदार ने अगवा कर उसकी दुकान में बंधक बना लिया। जैसे ही यह मामला उजागर हुआ, आसपास के दुकानदारों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने दुकान के गेट को खोलने का प्रयास किया, लेकिन दुकानदार ने दरवाजा नहीं खोला। इस हालत को देखकर, स्थानीय थाना बी-डिवीजन पुलिस को बुलाया गया, जिसने अंततः गेट खुलवाया।
गिरफ्तार युवक की पहचान अनिल के रूप में हुई, जो बिहार का निवासी है। उसने बताया कि उसके पिता जहाजगढ़ में स्थित एक दुकान पर पिछले तीस वर्षों से काम कर रहे हैं। पिछले छह महीनों से उसके पिता को वेतन नहीं मिला है। अनिल ने करीब 1.25 लाख रुपए मांगने के लिए दुकानदार से संपर्क किया था। अनिल ने यह भी बताया कि शुक्रवार सुबह 6 बजे दुकानदार उनके घर आया और उसे जबरन अपनी दुकान पर ले गया। उसके पास एक गाड़ी थी जिसमें पिस्तौल भी रखी हुई थी, और उसने अनिल को जान से मारने की धमकी भी दी।
इस मामले में जहाजगढ़ एसोसिएशन के सदस्य प्रदीप ने कहा कि युवकों को बंधक बनाकर रखा गया था, लेकिन पुलिस ने समय रहते उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की और उसे बाहर सुरक्षित निकाला। प्रदीप ने घटना की गंभीरता को बताते हुए कहा कि यह एक गंभीर अपराध है। वहीं, दुकानदार ने अपनी स्वर्णिम वर्षों के कामकाजी संबंध को ध्यान में रखते हुए कहा कि वह पिछले 30 सालों से एक आदमी को अपनी दुकान पर काम करने के लिए रखे हुए था। दुकानदार ने यह भी जानकारी दी कि कुछ समय पहले अनिल के पिता के घर में मृत्यु हो गई थी, जिसके कारण उन्होंने उन्हें दुकान चलाने के लिए कहा।
दुकानदार ने यह भी आरोप लगाया कि अनिल का पिता दुकान से लाखों का सामान चुरा कर बेचकर बिहार चला गया था, और अब वह अपनी चोरी का पैसा निकलवाने की कोशिश कर रहा है। दुकानदार ने कहा कि उन्होंने अनिल और उसके पिता के साथ किसी प्रकार की मारपीट नहीं की है और केवल चोरी की हुई संपत्ति के पैसों के बारे में बात कर रहे थे। पुलिस थाने के एसएचओ सुखबीर सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच की जाएगी, ताकि सही स्थिति का पता चल सके और जरूरत पड़ने पर उचित कार्रवाई की जा सके।
इस घटना ने न केवल इलाके में चिंता बढ़ा दी है, बल्कि स्थानीय व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्न भी खड़े किए हैं। सभी की निगाह अब पुलिस की जांच पर है, और वे चाहते हैं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए।