एंफेटामाइन ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री/लैब का हुआ पर्दाफाश

नई दिल्ली, 30 जनवरी (हि.स.)। युवाओं में पॉपुलर हो रहे एंफेटामाइन ड्रग को बनाने की फैक्ट्री/लैब का द्वारका जिला के एंटी नारकोटिक्स सेल ने पर्दाफाश किया है। ग्रेटर नोएडा में छापा मारकर वहां से करोड़ों की ड्रग्स और उसे बनाने वाला मैटेरियल बरामद किया है। इस मामले में चार अफ्रीकन मूल के नागरिकों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

डीसीपी अंकित सिंह के अनुसार ग्रेटर नोएडा में ड्रग बनाने का इन्होंने एक लैब तैयार किया हुआ था। जहां पर एमफेटामाइन ड्रग्स तैयार किया जाता था। वहां से 20 किलो से ज्यादा रॉ मटेरियल और एंफेटामाईन ड्रग बरामद किया गया। इसके साथ ही चार अफ्रीकन मूल के ड्रग तस्कर गिरफ्तार हुए हैं, उनमें से तीन पहले 10-10 साल की सजा पा चुके हैं। यह अभी बेल पर बाहर चल रहे थे।

टेक्निकल सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में नारकोटिक्स स्क्वाड की टीम ने इस बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवाओं में इस ड्रग्स की खपत ज्यादा होने लगी है। इसके पीछे दो-तीन प्रमुख कारण हैं, पहला यह की इसके इस्तेमाल करने से मुंह से स्मेल नहीं आता है। जिससे कि जो भी युवक इसका इस्तेमाल करता है, उनके घर वालों को इसके बारे में पता नहीं चल पाता है। दूसरा यह की यह ड्रग जल्दी असर करता है और दो-तीन बार इस्तेमाल करने के बाद वह शख्स इसका आदी हो जाता है।

पहले यह ड्रग्स केवल पाकिस्तान और आसपास के दूसरे कंट्री से तस्करी करके लाया जाता था। लेकिन अब केमिकल के जरिए बना करके भारत के अलग-अलग हिस्सों में युवाओं तक पहुंचाने का गोरखधंधा शुरू हो गया है। पिछले साल भी द्वारका के एंटी नारकोटिक सेल ने इस तरह की ड्रग की खेप को बरामद किया था और कई आरोपितों को गिरफ्तारी किया था।