प्रधानमंत्री ओली के पांच दिवसीय चीन भ्रमण की आधिकारिक घोषणा, मोदी और जिनपिंग से होगी मुलाकात

विदेश मंत्रालय के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस यात्रा में तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन 2025 में उनकी भागीदारी के साथ-साथ बीजिंग में जापान के आक्रमण के खिलाफ चीनी पीपुल्स वॉर ऑफ रेसिस्टेंस की विजय की 80वीं वर्षगांठ और विश्व फासीवादी विरोधी युद्ध के अवसर पर स्मारक कार्यक्रम शामिल होंगे।

विदेश मंत्रालय के अनुसार इस भ्रमण के दौरान उनकी मुलाकात चीन के राष्ट्रपति सी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी साइडलाइन मुलाकात तय है। जिनपिंग के साथ उनकी मुलाकात बीजिंग में होगी जबकि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के साथ वो तियांजिंग में ही मिलने वाले हैं।

विदेश मंत्रालय के बयान में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री ओली तियांजिंग में आयोजित एससीओ प्लस के शिखर सम्मेलन को संबोधित करने वाले हैं। शिखर सम्मेलन से इतर, नेपाली प्रधानमंत्री बीजिंग में आयोजित कार्यक्रम में सहभागी होने वाले हैं जिसमें कई विश्व नेताओं के साथ बैठकें भी करेंगे।

बीजिंग में ओली 02 सितंबर को चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिलने वाले हैं। अगले दिन, वह चीनी सरकार द्वारा आयोजित आधिकारिक वर्षगांठ कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री के प्रतिनिधिमंडल में शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री रघुजी पंत, संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री बद्री प्रसाद पांडे, संसद सदस्य पूर्ण बहादुर खडका, प्रधानमंत्री के आर्थिक और विकास सलाहकार डॉ. युवराज खतिवडा, संसद सदस्य छविलाल विश्वकर्मा के साथ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होंगे।

एस सी ओ में नेपाल डायलग पार्टनर के रूप में सहभागी होने जा रहा है। इस क्षेत्रीय संगठन में नेपाल सहित 14 देश हैं जबकि भारत चीन, रुस, पाकिस्तान सहित 10 देश हैं जबकि अफगानिस्तान और मंगोलिया इसमें पर्यवेक्षक देश के रूप में सहभागी होने वाले हैं। ओली और उनकी टीम को यात्रा समाप्त करने के बाद 3 सितंबर को वापस लौटना है।