सिरसा के खाली माइनर में आंखों पर काली पट्टी बांधकर किसानों ने दौड़ लगाकर जताया विरोध

सिरसा, 20 सितंबर । हरियाणा के सिरसा जिले के उपमंडल डबवाली के गांव चौटाला में सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसानों ने शनिवार को अनूठे तरीके से प्रशासन के खिलाफ रोष जाहिर किया। किसान खाली नहर पर आंखों पर काली पट्टी बांध कर दौड़े और सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उधर, कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह भी किसानों के धरने में पहुंचे और अपना समर्थन दिया।

उल्लेखनीय है कि चौटाला गांव के किसान सिंचाई पानी की मांग को लेकर चौटाला माइनर पर धरनारत हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। किसानों का आरोप है कि नहरी पानी के अभाव में फसलें खराब हो रही है जबकि सिंचाई विभाग पिछले काफी समय से बिना माप के झूठा डिजिटल डेटा मुख्यालय को भेजकर किसानों व विभाग के उच्चाधिकारियों को गुमराह कर रहा है।

धरनात किसानों ने डॉ. सिंह को बताया कि पिछले 2 साल से टेल तक पानी नहीं पहुंचा है जिसके चलते सिंचाई तो दूर पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा और किसानों को हजारों रुपए लगाकर मोल खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि विभाग को इसके बारे में कई बार अवगत करवाया लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों ने बताया कि पिछले 2 साल से अधिकारी टेल पर पानी पहुंचने के झूठे आंकड़े दर्ज कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं, इसके साथ ही भारतमाला सडक़ निर्माण में टेल का ड्राइंग से बना हुआ ढांचा टूट गया था और वहां पर न तो पानी नापने का पैरामीटर निशान है और न ही पानी का एफएसडी नापने का कोई सिस्टम है। उन्होंने बताया कि आज तक इतना होने के बावजूद पिछले 2 साल से हर रोज यहां बिना किसी माप के डिजिटल डाटा विभाग को भेजा जा रहा है, जो कि विभागीय लापरवाही का बड़ा प्रमाण है। समस्याओं से अवगत करवाते हुए किसानों ने डॉ सिंह को बताया कि आसाखेड़ा माइनर की आरसीसी री मॉडलिंग में भी भारी अनियमिताएं बरती गई है जिसके लिए किसानों ने धरना भी दिया था। किसानों ने उसकी जांच करवाने के लिए एक ज्ञापन सौंपते हुए समस्याओं का समाधान करने की मांग की।