वहीं अन्य प्रतिभागियों में ममता कुमारी, देवंती कुमारी, कौशल्या उरांव, फूल कुमारी, रोशनी कुमारी, फूल कुमारी (चिपरी) और सबनम कुमारी शामिल हुईं। इसी तरह बालक वर्ग (28 किमी) में प्रथम स्थान अनुराय उरांव (ओरया, बिशुनपुर) को मिला। द्वितीय स्थान अमर उरांव (कुलकूपी, पुसो) और तृतीय स्थान रामबिलास पासवान (सेन्हा, लोहरदगा) को प्राप्त हुआ। अन्य प्रतिभागियों में सुदर्शन उरांव, बुद्धेश्वर उरांव, सुशील उरांव, अभिनय उरांव, छंदू मुंडा, अनीश उरांव तथा अश्विन टेटे रहे।
सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र, मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मौके पर जिला परिषद की अध्यक्ष पूनम सिंह ने कहा कि यह मैराथन युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ समाज के निर्माण में उनकी भागीदारी को सशक्त करेगी। आने वाले समय में यही युवा देश के निर्माण में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अशोक भगत, सचिव–विकास भारती बिशुनपुर ने कहा कि सिंगबोंगा मैराथन केवल खेल नहीं, बल्कि यह झारखंंड की सांस्कृतिक चेतना और अनुशासन का प्रतीक है। यह हमें संघर्ष, सामूहिकता और आत्मनिर्भरता की राह पर चलने की प्रेरणा देती है।
उन्होंने युवाओं से कहा कि वे जीवन में लक्ष्य तय कर दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें। नेतरहाट विद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष पाठक ने युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों में आत्मविश्वास, धैर्य और टीम भावना का विकास करते हैं। उन्होंने कहा कि खेल हमें अनुशासित और समर्पित बनाता है, जो जीवन की हर दिशा में सफलता की कुंजी है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला परिषद की अध्यक्ष पूनम सिंह, नेतरहाट विद्यालय के प्राचार्य डॉ संतोष पाठक और विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।