खबर पाकर बच्चों के परिजन जब घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां सिर्फ बच्चों की चप्पलें दिख रहीं थीं। गटर लगभग 30-35 फीट गहरा था लिहाजा बच्चों को बाहर निकालने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ साथ फायर बिग्रेड को सूचना दी गई। मौके पर एसडीएम और तहसीलदार समेत पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे और फायर बिग्रेड ने बच्चों को गटर से बाहर निकालने की मशक्कत शुरू की। कई घंटों के बाद दोनों बच्चों के शव बाहर निकाल लिए गए।
इस हादसे के बाद क्षेत्र के लोगों में गहरा शोक छा गया। बच्चों के माता-पिता और भाई-बहनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि हसंते-खेलते उनके मासूम बच्चों की इस तरह से मौत हो सकती है।