आरटीआई एक्टिविस्ट, समाजसेवी मनीष पाल ने बताया कि उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत पुलिस विभाग से यह आंकड़े प्राप्त किए हैं। जो दर्शाते हैं कि जिले में बीते पाँच वर्षों में ऑनलाइन ठगी, बैंकिंग फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग और डिजिटल ब्लैकमेलिंग जैसे मामलों में लगातार वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा हरदोई जैसे जिले में साइबर अपराधों का यह स्तर बेहद चिंताजनक है। आम नागरिकों को जागरूक करने की सख्त जरूरत है।
अधिकतर मामलों में लोग अनजाने में ठगी का शिकार हो जाते हैं और देर से शिकायत दर्ज कराते हैं, जिससे अपराधी बच निकलते हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जिला स्तर पर साइबर सेल को सशक्त किया जाए, साथ ही ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जाए। जनता को डिजिटल सावधानी अपनानी चाहिए। किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, ओटीपी या बैंक विवरण साझा न करें, और किसी संदिग्ध कॉल या ट्रांजेक्शन की तुरंत सूचना साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दें। उनका कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो हरदोई में बढ़ता साइबर अपराध भविष्य में एक गंभीर सामाजिक चुनौती बन सकता है।