रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री के स्वागत को बेताब अयोध्या

अयोध्या, 27 दिसंबर (हि.स.)। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्यावासी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत को आतुर हैं। रामलला 500 वर्षों बाद जब 22 जनवरी को भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो वह पल अविस्मरणीय, अकल्पनीय होगा। इससे पहले, प्रधानमंत्री विकास की नई गंगा बहाने 30 दिसंबर को रामनगरी में होंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डे के लोकार्पण के साथ ही हजारों करोड़ की विकास परियोजनाएं समर्पित करेंगे। अयोध्या में 30 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं पहले ही चल रही हैं। लिहाजा, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति अयोध्यावासियों पर ‘अपनत्व’ का नया रंग सिर चढ़कर बोल रहा है।

रामपथ पर जहां तक नजर गई, एक ही रंग में रंगी अयोध्या मानों त्रेता युग सी लगने लगी। अयोध्या पौराणिक दृष्टिकोण से समृद्ध तो है ही, लेकिन कॉमन बिल्डिंग कोड के जरिए एक रंग में नजर आने वाली अयोध्या की सुंदरता रामनगरी को भौतिक रूप से भी भव्य बना रही है। भक्तिपथ हो, धर्मपथ या जन्मभूमि पथ, यहां अलग-अलग रंग में अयोध्या अलग-अलग रूप में निखरी नजर आ रही है, लेकिन इन सब पर चढ़ा सबसे बड़ा रंग है राम का। पूरी अयोध्या राम के रंग में रंगी है।

लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर हाई-वे पर लगीं मूर्तियां अयोध्या की पौराणिकता बयां कर रही हैं। सहादतगंज से लेकर रामघाट तक भगवान राम के बाल स्वरूप से लेकर वनवास और राजा राम तक के विभिन्न रूपों की मूर्तियां विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। रामायण के प्रसंगों से सजी अनेक मूर्तियां त्रेता की परिकल्पना को साकार करती दिख रही हैं। हैदराबाद से आईं जसप्रीत कौर सेखों बताती हैं कि मूर्तियां तो अनेक शहरों और जिलों में लगी हैं, लेकिन यहां लगीं मूर्तियों को देखकर आध्यात्मिक रूप से अलग ही अनुभूति हो रही है।

दीपोत्सव हो या भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही अयोध्या का दीदार, यहां पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। धार्मिक, आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अयोध्या के साथ ही उत्तर प्रदेश में घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई। पिछले वर्ष घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों की कुल संख्या मिलाएं तो यह आंकड़ा दो करोड़ 21 लाख से अधिक का रहा। हर सनातनी की आस्था के केंद्र अयोध्या में अभी कई गुना पर्यटकों के बढ़ने की संभावना है।

अयोध्या सर्किट हाउस में बुधवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं पार्टी पदाधिकारी के साथ बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से कहा कि अयोध्या में एक विश्वस्तरीय आयोजन हो रहा। अयोध्या को स्वच्छ बनाकर सुंदर बनाना हमारा संकल्प है। 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। मौर्य ने कहा, मैं समस्त अयोध्यावासियों और श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि कहीं भी गंदगी ना फैलाएं और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें! फलों के छिलके, छोटे-मोटे प्लास्टिक रैपर सड़कों व घाटों पर ना फेंकें, उन्हें अपने झोले या जेब में रखें। आइए, प्लास्टिक फ्री अयोध्या बनाने में हम सभी अपनी भूमिका का निर्वाह करें। बैठक में कृषि मंत्री एवं अयोध्या जिले के प्रभारी सूर्यप्रताप शाही भी मौजूद रहे।