पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने अपने पूर्व मंत्रिमंडल के पांच विधायकों को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया है। इस कदम का उद्देश्य नए मंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित करना है। इन विधायकों में गुरमीत सिंह मीत हेयर, चेतन सिंह जोकमाजरा, बलकार सिंह, ब्रह्म शंकर जिम्पा और अनमोल गगन मान शामिल हैं। पंजाब सिविल सचिवालय के प्रशासनिक अधिकारी ने नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा है कि पूर्व मंत्री को अपने पद से हटने के 15 दिनों के भीतर सरकारी आवास खाली करना आवश्यक है।
इस नोटिस का पालन करते हुए पूर्व मंत्रियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने आवास को लोक निर्माण विभाग को सौंप दें, ताकि नए मंत्रियों के लिए उन्हें उपलब्ध कराया जा सके। वर्तमान में, पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में पांच नए मंत्री शामिल किए गए हैं। इनमें तरूणप्रीत सिंह, बरिंदर गोयल, हरदीप मुंडिया, डॉ. रवजोत सिंह और मोहिंदर भगत के नाम हैं। सीएम भगवंत मान ने हाल ही में इन नए मंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें संबंधित विभागों के कार्यक्षेत्र पर चर्चा की गई।
पंजाब की राजनीति में यह बदलाव आने वाले लोकसभा चुनाव के नज़रिए से महत्वपूर्ण है। आम आदमी पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में केवल 3 सीटें ही जीती थीं, जब कि यहाँ कूच अन्य राजनीतिक पार्टी को 13 में से अधिक सीटों पर सफलता मिली। ऐसे में मंत्रिमंडल में हुए इस बदलाव को आम आदमी पार्टी की चुनावी प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। सरकार आशा कर रही है कि नए मंत्रियों की नियुक्ति और कार्यशैली में सुधार इस बार चुनावी नतीजों में सकारात्मक बदलाव लाएगी।
नए मंत्रियों की संख्या अब 16 हो गई है, जिनमें दो अनुसूचित जाति, दो जट और एक बानिया समुदाय से संबंधित हैं। उल्लेखनीय है कि अनमोल गगन मान द्वारा छुट्टी पर जाने के बाद अब इस पूरे मंत्रिमंडल में केवल एक महिला मंत्री ही रह गई हैं। यह महिलाओं की भागीदारी को लेकर सवाल उठाता है, और इससे पंजाब की राजनीति में लिंग संतुलन पर विचार करने की आवश्यकता भी महसूस होती है।
इस प्रकार, आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा उठाए गए ये कदम आगामी चुनावों की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि वह नए मंत्रियों के साथ मिलकर जनता की अपेक्षाओं को पूरा कर सके और आगामी चुनावी मुकाबले में बेहतर प्रदर्शन कर सके।