इंदौरः गाइनेकोलॉजिस्ट, मेडिकल ऑफिसर एवं नर्सिंग ऑफिसर के लिए हुई पेरीनेटल मेंटल हेल्थ ट्रेनिंग
इंदौर, 20 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तत्वाधान में सीएमएचओ डॉ. बी.एस. सैत्या तथा सिविल सर्जन डॉ. जी.एल. सोडी के मार्गदर्शन में मनकक्ष टीम द्वारा शुक्रवार को इंदौर के गाइनेकोलॉजिस्ट, मेडिकल ऑफिसर एवं नर्सिंग ऑफिसर के लिये पेरीनेटल मेंटल हेल्थ ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। मनोचिकित्सक एवं प्रभारी मनकक्ष, इन्दौर डॉ. बलराम पाटीदार, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट पूर्णिमा सोनकर एवं साइकाइट्रिक नर्सिंग ऑफिसर डॉ. रामविलास धाकड़ ने प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण के दौरान इंदौर के विभिन्न अस्पतालों से आए मातृत्व स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को महिलाओं को गर्भावस्था एवं प्रसवोत्तर होने वाली मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, उनके जोखिम कारकों, मातृत्व मानसिक विकारों के माता एवं नवजात शिशु पर होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया। साथ ही उनकी स्क्रीनिंग के तरीकों एवं उपचार का प्रशिक्षण दिया गया।
बताया गया कि पेरीनेटल मेंटल हेल्थ पीरियड से तात्पर्य महिला के गर्भवती होने के समय से प्रसव के पश्चात के एक साल तक के समय से है। किसी भी महिला के जीवन काल में पेरीनेटल पीरियड में मानसिक विकार होने की संभावना सर्वाधिक होती है। मानसिक रोग गर्भवती महिलाओं में होने वाली आत्महत्याओं का सबसे बड़ा कारण है। यदि इन महिलाओं की मानसिक स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाए तो सही समय पर मानसिक रोगों की पहचान करते हुए उपचार प्रारंभ किया जा सकता है, जिससे माताओं एवं शिशुओं पर होने वाले दुष्प्रभावों को रोका जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को मनकक्ष एवं टेलीमानस के बारे में भी अवगत कराया गया। दूसरी बैच का प्रशिक्षण 27 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।