विधानसभा बजट सत्र : आरक्षण की मूल भावना में कोई बदलाव नहीं होगा

-व्याख्यान में प्राध्यापकों ने अहम जानकारियों संगोष्ठी में रखी

नई टिहरी, 29 फरवरी (हि.स.)। पीजी कालेज नई टिहरी में यूकास्ट के सहयोग से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो पुष्पा नेगी, कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अरविंद मोहन पैन्यूली, डॉ.वीपी सेमवाल, संयोजक आईपीआर प्रकोष्ठ, कैरियर काउंसिलिंग समिति ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

संगोष्ठी में वनस्पति विज्ञान की असिस्टेंट प्रो. डॉ. हेमलता विष्ट ने बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे विस्तृत रूप से जानकारी दी। निदेशक आईआईपी, सीएसआईआर डॉ हरिंदर सिंह बिष्ट ने अपने व्याख्यान में वर्तमान में हरित ईंधन, पेट्रोकेमिकल रसायनों के पेटेंट के बारे में विस्तृत रूप से व्याख्या की। डॉ. अरविंद मोहन पैन्यूली ने भौगोलिक संकेतांक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वर्तमान में जियाग्राफिकल इंडीकेटर के द्वारा स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है।

कार्यक्रम में डॉ. हरीश चंद्र अंदोला ने भी बौद्धिक संपदा अधिकार पर अपना व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरती खंडूरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के छात्र -छात्राओं, प्राध्यापकों एवं ऑनलाइन (गूगल मीट) माध्यम से विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापकों ने भी प्रतिभाग किया। जिनमें से प्रमुखतः मुख्य शास्ता डॉ. डीपीएस भंडारी, प्रो. राजकुमार त्यागी, डॉ. सुशील कुमार कगड़ियाल, डॉ. सतेन्द्र ढौंडियाल, डॉ. अरविंद रावत, डॉ. प्रीतम, डॉ. पुष्पा कुमारी, डॉ. भारती जायसवाल, डॉ. पूजा भंडारी, डॉ. नवीन रावत, डॉ. गुरुपद गुसाईं, डॉ. बीडीएस नेगी सहित छात्रों में कनक नेगी, रंजना, मनीष, शिखा, नासिका, मुकेश लाल एवं आशीष चौहान आदि उपस्थित रहे।