मौसम विभाग ने पंजाब और चंडीगढ़ क्षेत्र में ठंड की स्थिति के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस सर्दी का असर राज्य के अधिकांश जिलों में महसूस किया जा रहा है, जहां ठंडी हवाएं चल रही हैं। हालाँकि, दिन के समय तेज धूप कुछ राहत प्रदान कर रही है। विशेष रूप से संगरूर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। वहीं, चंडीगढ़ का तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र ने पंजाब के सात जिलों – होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट और मुक्तसर में शीतलहर और पाले की संभावनाओं के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अतिरिक्त, अमृतसर, पठानकोट, तरनतारन, मोगा, बठिंडा, मानसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला और एसएएस नगर जैसे अन्य जिलों में भी शीतलहर का खतरा बढ़ गया है।
मौसम के वैज्ञानिकों के अनुसार, इस ठंड का मुख्य कारण पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं हैं। हाल के दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट आई है, लेकिन अब यह स्थिति थोड़ी सामान्य होती दिख रही है। 16 दिसंबर से राहत मिलने की उम्मीद है, जब ठंड में कमी आने की संभावना है। वहीं, पंजाब-चंडीगढ़ में इस बीच बारिश की कोई संभावना नहीं है, जिससे आने वाले सप्ताह में मौसम शुष्क रहने की चर्चाएं हैं।
चंडीगढ़ और अन्य पंजाब शहरों में के लिए ठंड की चेतावनी जारी की गई है। जहाँ चंडीगढ़ का तापमान 4 से 23 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है, वहीं अमृतसर में यह 4 से 20 डिग्री के बीच देखा जा सकता है। अन्य जगहों पर जैसे जालंधर और लुधियाना में भी कोल्ड वेव अलर्ट है, जहाँ अधिकतम तापमान 20 डिग्री तक पहुँच सकता है।
इस ठंडी लहर का असर लोगों के दैनिक जीवन पर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। लोग अधिकतर धूप का सहारा लेकर अपनी दैनिक गतिविधियों को निपटाने की कोशिश कर रहे हैं। अगले कुछ दिनों में मौसम में अपेक्षित परिवर्तन के कारण स्थानीय निवासी आशा कर रहे हैं कि ठंड का प्रकोप कम हो जाएगा और फिर से सामान्य तापमान की ओर लौट सकेंगे। भले ही इस सर्दी में मौसम में बदलाव का कोई संकेत नहीं है, लेकिन लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।