युवाओं से ही पूरी होगी विकसित भारत की संकलपनाः नरेन्द्र सिंह तोमर
राष्ट्रीय एकता शिविर में हुए शामिल विधानसभा अध्यक्ष, कहा- विश्व के सबसे बड़ा युवा संगठनों में से एक है राष्ट्रीय सेवा योजना संगठन
ग्वालियर, 22 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत युवाओं का सबसे बड़ा देश है। खुशी की बात है कि अपने देश के राष्ट्रीय सेवा योजना संगठन को विश्व का सबसे बड़ा युवा संगठन कहा जाता है। हमें विश्वास है कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े स्वयंसेवक सन् 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
विधानसभा अध्यक्ष तोमर रविवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशालय द्वारा आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय एकता शिविर के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। यह शिविर जीवाजी विश्वविद्यालय एवं एल.एन.आई.पी.ई. के संगठन व्यवस्था में संचालित हो रहा है। एलएनआईपीई में आयोजित हो रहे इस शिविर में 15 राज्यों के 200 से अधिक स्वयंसेवक भागिदारी कर रहे है।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष तोमर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर कुलगुरू एल.एन.आई.पी. प्रो. इंदु बोरा, शिविर संचालक उप कार्यक्रम सलाहकार भारत सरकार डॉ अशोक कुमार श्रोती, कुल सचिव एल.एन.आई.पी.ई. संजीव यादव, समन्वयक रा.से.यो. डॉ हरिशंकर कंसाना जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर उपस्थित थे। मुख्य अतिथि तोमर ने माँ सरस्वती को माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवल्लन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
तोमर ने कहा कि छात्र जीवन में मै भी एन.एस.एस. स्वयंसेवक था। राष्ट्रीय एकता शिविर में लघु भारत के दर्शन का सौभाग्य मुझे मिला। यदि विद्यार्थी जीवन में एन.एस.एस. का कैंप कर लेता है तब उसमें संस्कार स्वत: ही आ जाते हैं। शिक्षा के साथ-साथ हमें रोजगारपरक शिक्षा को ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने युवा शक्ति का महत्व प्रतिपादित करते हुए कहा कि सन् 1857 में हुए आजादी के आंदोलन में रानी लक्ष्मीबाई नेतृत्व कर रही थी जिनकी उम्र 23 वर्ष थी । द्वितीय आंदोलन में क्रांतिवीर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद व सुखदेव आदि क्रांतिकारी भी 20 से 28 वर्ष की उम्र के युवा थे।
कुलगुरू बोरा ने कहा कि नये भारत की संकलपना में एनएसएस से जुड़े यह पौधे रूपी युवा भविष्य में वृक्ष बनकर नेतृत्व करेंगे। विविधता में एकता का संदेश देने 15 राज्यों के स्वयंसेवक इस एकता शिविर में ग्वालियर आए हैं। कार्यक्रम का संचालन युवा अधिकारी डॉ. राजकुमार वर्मा रा.से.यो. क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल एवं आभार समन्वयक प्रो. हरिशंकर कंसाना जीवाजी विश्वविद्यालय ने किया।