उल्लेखनीय है कि शहर में पांच सौ से अधिक पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गई थी। गुरुवार को विसर्जन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। भक्त समूह बनाकर झांकियों और गीत-संगीत के साथ प्रतिमाओं को लेकर पहुंचे। विसर्जन कुंड पर पहुंचते ही मां की जयकारों से पूरा वातावरण माता के जयकारों से गूंज उठा। शुक्रवार को भी प्रतिमाओं का विसर्जन जारी रहेगा।
निगम प्रशासन ने इस अवसर पर क्रेन, गोताखोर, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा के सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। विसर्जन स्थल पर जोन की टीमों को गुरुवार सुबह छह बजे से 5 अक्टूबर सुबह छह बजे तक चक्रीय ड्यूटी पर तैनात किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। वहीं महादेवघाट विसर्जन कुंड स्थल कर निरीक्षण अपर आयुक्त विनोद पाण्डेय ने अधिकारियों को व्यवस्था और बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं।