हल्द्वानी, 29 फ़रवरी (हि.स.)। हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसके बेटे मोईद मलिक को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। हल्द्वानी पुलिस की कई टीमें और एसओजी 8 फरवरी से फरार चल रहे मोईद को पकड़ने के लिए दबिश दे रही थीं। टीम ने बुधवार दिल्ली में मोईद को गिरफ्तार किया है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मास्टमाइंड अब्दुल को भी नैनीताल पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। सूत्रों का कहना है कि अब्दुल से पूछताछ के दौरान पुलिस को वांटेड मोईद के बारे में कई अहम सुराग हाथ लगे थे। बनभूलपुरा हिंसा मामले में घोषित नौ वांटेड में से सिर्फ अब्दुल मोईद ही फरार चल रहा था। पुलिस ने मोईद की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू की थी। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने लगभग पांच टीमें गठित कर चंडीगढ़, जयपुर, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब आदि भेजी थीं। गिरफ्तार करने वाली टीम को डीआईजी की ओर से 5000 और एसएसपी की ओर से 2500 रुपये का इनाम घोषित किया है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे को पकड़ने के लिए दिल्ली, यूपी, हरियाणा सहित कई राज्यों में ढेरा डाला हुआ था। पुलिस ने सर्विलांस टीम को एक्टिव करने के साथ ही खुफिया तंत्र की भी मदद ले रही थी।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में बीती आठ फरवरी को हुई हिंसा के मामले में पुलिस आठ वांछित आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। आखिरकार 21 दिन बाद पुलिस अब्दुल मोईद तक पहुंच ही गई। सूत्रों के मुताबिक मोईद की तलाश में टीमें अब तक दिल्ली से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 50 से ज्यादा जगहों पर दबिश दे चुकी थीं। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अब्दुल मलिक की गिरफ्तारी के बाद उस पर यूएपीए के तहत कार्रवाई की है। अब पुलिस उसके बेटे वांटेड अब्दुल मोईद और संबंधित मुकदमे में नामजद एवं गिरफ्तार किए जा चुके 35 अन्य आरोपितों पर भी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी यूएपीए के तहत कार्रवाई करने जा रही है।