भोपाल: वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में अनुभूति शिविर का आयोजन

भोपाल, 31 जनवरी (हि.स.)। मध्यप्रदेश शासन वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम 2023-24 के अंतर्गत मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड के समन्वय से अनुभूति शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को वन विहार में सातवाँ शिबिर आयोजित किया गया। इसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मिसरोद भोपाल के 100 विद्यार्थियों एवं 06 शिक्षकों सहित कुल 106 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

अनुभूति कार्यक्रम के मास्टर ट्रेनर के रूप में ए.के.खरे. सेवा निवृत उप वन संरक्षक एवं डॉ एस आर.वाघमारे, सेवा निवृत उप वन संरक्षक उपस्थित रहे। कैम्प का संचालन सहायक संचालक वन विहार एस के सिन्हा द्वारा किया गया। इस दौरान पदमाप्रिया बालाकृष्णन, संचालक बन विहार, विजय नंदवंशी बायोलॉजिस्ट तथा अन्य अधिकारी/कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

शिविर में सम्मिलित हुये प्रत्येक बच्चे को अनुभूति बैग, केप पठनीय सामग्री, स्टीकर पेन ब्रोशर बैच प्रदान किये गये। विद्यार्थियों को पक्षी दर्शन वन्यप्राणी दर्शन, प्रकृति पथ भ्रमण एवं वन, वन्यप्राणी व पर्यावरण से संबंधित रोचक गतिविधियों कराई गई तथा जानकारी प्रदान कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया गया। नवाचार के रूप में रेस्क्यू गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया जिसमें बगैर सिले कपड़े से थैला बनाने की विधि सिखाई गई। इसके पश्चात प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बांटकर पर्यावरण से सम्बंधित रोचक खेल जैसे फुड वेव, मैं कौन हूँ’ अंतर्गत प्रतिभागियों द्वारा बाघ, सिंह, तेंदुआ आदि वन्यप्राणियों के बारे में पहचान की गई एवं उसके बारे में बताया गया, बाघ के बारे में एक फिल्म भी दिखाई गई तथा वन विभाग की संरचना एवं विभिन्न पदों पर चयन होने की योग्यता के बारे में भी प्रतिभागियों को बताया गया।

स्पॉट क्विज में प्रथम इशिका मालवीय, द्वितीय उमेश मीणा एवं तृतीय लकी कुशवाह रहे। विद्यार्थियों को वन्यप्राणियों को कैसे रेस्क्यू किया जाता है, इसके सम्बंध में रेस्क्यू वाहन के माध्यम से रेस्क्सू टीम द्वारा अवगत कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी ईको पर्यटन विकास बोर्ड समीता राजोरा, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक कमलिका मोहता एवं गोपा पाण्डे, से.नि. अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक विशिष्ट तिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस अवसर पर समीता राजोरा द्वारा प्रतिभागियों को सॉप-सीढी गेम उपहार स्वरूप प्रदान किये गये। शिविर के दौरान छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों सम्बंधी जानकारी प्र. राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा प्रदाय किये गये सेम्पल के माध्यम से दी गई। कार्यक्रम के अंत में शिविर सम्मिलित बच्चों को शपथ दिलाई जाकर पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र वितरण किये गये।